इस खबर को सुनने के लिये प्ले बटन को दबाएं।

बॉलीवुड के चर्चित अभिनेता रणबीर कपूर इन दिनों अपनी अगली फिल्म ‘रामायणम्’ की तैयारियों में व्यस्त हैं। यह फिल्म अगले दो साल में दो पार्ट्स में रिलीज होने वाली है और रणबीर कपूर इसमें भगवान राम की भूमिका निभाने जा रहे हैं। हालांकि, उनकी कास्टिंग को लेकर सोशल मीडिया और कई आलोचकों के बीच काफी बहस हो रही है।
कुछ लोग रणबीर कपूर के भगवान राम के रूप में चयन पर सवाल उठा रहे हैं और इसे परंपरागत छवि से मेल न खाने वाला बता रहे हैं। इसके बावजूद, अब इस मामले में एक महत्वपूर्ण आवाज़ सामने आई है। आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने रणबीर कपूर की कास्टिंग के समर्थन में बयान दिया।
सद्गुरु ने कहा कि ‘रामायणम्’ जैसी फिल्म में कलाकारों का चयन उनकी प्रतिभा और अभिनय क्षमता पर आधारित होना चाहिए, न कि केवल शारीरिक छवि या पारंपरिक अपेक्षाओं पर। उन्होंने रणबीर कपूर की इस भूमिका के लिए मेहनत और समर्पण की प्रशंसा की। सद्गुरु ने स्पष्ट किया कि इस फिल्म में राम का रोल निभाने वाले अभिनेता को भावनात्मक गहराई और व्यक्तित्व की शक्ति का प्रदर्शन करना आवश्यक है, जो रणबीर कपूर में मौजूद है।
सद्गुरु ने यहीं नहीं रुकते हुए फिल्म अभिनेता यश की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि यश ने हाल ही में जिस तरह से अपनी फिल्मों में किरदारों को निभाया और दर्शकों को प्रेरित किया, वह सराहनीय है। उन्होंने कहा कि दोनों अभिनेता अपने-अपने तरीके से भारतीय सिनेमा को नई दिशा दे रहे हैं और उनके काम का मूल्यांकन केवल व्यक्तिगत आलोचना से नहीं किया जा सकता।
फिल्म ‘रामायणम्’ को लेकर बात करें तो यह दो पार्ट्स में रिलीज होने वाली है। पहली फिल्म में राम की युवा अवस्था और उनके प्रारंभिक संघर्ष को दर्शाया जाएगा, जबकि दूसरी फिल्म में उनका धर्म, नीति और युद्ध के महत्व को दिखाया जाएगा। रणबीर कपूर ने अपनी भूमिका के लिए कई महीनों की कड़ी तैयारी की है और उन्होंने योग, तलवारबाज़ी और भावनात्मक अभिनय के लिए विशेष प्रशिक्षण लिया है।
हाल ही में सोशल मीडिया पर रणबीर कपूर की कास्टिंग को लेकर आलोचना देखने को मिली थी। कुछ लोग उनका रूप, शरीर और फैन फॉलोइंग देखकर यह कह रहे थे कि वह भगवान राम की भूमिका के योग्य नहीं हैं। ऐसे समय में सद्गुरु का समर्थन फिल्म टीम और रणबीर के लिए एक बड़ी ताकत साबित हो सकता है।
सद्गुरु ने कहा कि कला और फिल्म में सबसे महत्वपूर्ण तत्व किरदार की आत्मा और अभिनय क्षमता है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि आलोचना और विरोध को नजरअंदाज करते हुए कलाकार को अपनी मेहनत और तैयारी पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उनका यह बयान रणबीर कपूर के लिए उत्साहवर्धक है और दर्शकों में भी फिल्म के प्रति सकारात्मक भावना पैदा कर रहा है।
फिल्म निर्माता भी इस परियोजना को लेकर उत्साहित हैं। उन्होंने बताया कि रणबीर कपूर ने भूमिका को गंभीरता और समर्पण के साथ लिया है। उन्होंने अभिनय में गहराई, शारीरिक फिटनेस और चरित्र के अनुसार तैयारियों पर ध्यान केंद्रित किया है। फिल्म में यश का भी महत्वपूर्ण योगदान रहेगा, जिस पर सद्गुरु ने अपनी प्रशंसा व्यक्त की।
इस प्रकार, रणबीर कपूर की ‘रामायणम्’ कास्टिंग पर विवाद के बीच, सद्गुरु का बयान एक तरह से फिल्म टीम और फैंस के लिए राहत की खबर बन गया है। यह स्पष्ट करता है कि सही तैयारी, प्रतिभा और समर्पण ही किसी भी किरदार को जीवंत बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं।
फिल्म के रिलीज से पहले, यह विवाद और समर्थन दोनों ही फिल्म के लिए चर्चा का केंद्र बन चुके हैं। रणबीर कपूर और यश की मेहनत और सादगी को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि ‘रामायणम्’ भारतीय सिनेमा में अपनी अलग पहचान बनाने जा रही है।








