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इंटरनेट की सबसे बड़ी ज्ञानस्रोत वेबसाइट विकिपीडिया (Wikipedia) ने एलन मस्क की नई AI-आधारित वेबसाइट Grokipedia को अप्रत्यक्ष रूप से जवाब देते हुए एक भावनात्मक संदेश जारी किया है। विकिपीडिया ने अपने फंडरेजिंग पेज पर लिखा — “हम लोगों द्वारा बनाए गए हैं, मशीनों से नहीं।” यह लाइन सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई है और इसे सीधे तौर पर मस्क के Grokipedia लॉन्च से जोड़कर देखा जा रहा है।
दरअसल, कुछ ही दिनों पहले एलन मस्क की कंपनी xAI ने “Grokipedia” नामक एक नए AI-संचालित ज्ञान प्लेटफॉर्म की शुरुआत की है, जो दावा करता है कि वह “Wikipedia से भी अधिक सटीक और निष्पक्ष जानकारी” प्रदान करेगा। Grokipedia की खासियत यह बताई गई है कि इसके लेख पूरी तरह से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा तैयार किए गए हैं और यह रियल टाइम में अपडेट होता रहेगा।
मस्क ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर Grokipedia को लॉन्च करते हुए लिखा था — “अब समय आ गया है कि इंटरनेट को सच्चाई का नया स्रोत मिले।” इस बयान के तुरंत बाद विकिपीडिया का नोट सामने आया, जिसमें संगठन ने मानव-निर्मित ज्ञान की अहमियत पर जोर दिया।
विकिपीडिया ने अपने संदेश में लिखा — “25 साल से हम दुनिया को यह दिखा रहे हैं कि ज्ञान कैसे साझा किया जा सकता है। हमारा प्लेटफॉर्म किसी अरबपति या बड़ी टेक कंपनी के स्वामित्व में नहीं है। यह एक वैश्विक समुदाय द्वारा बनाया गया है जो सच्चाई और विश्वसनीयता के लिए काम करता है।”
टेक विश्लेषकों का मानना है कि विकिपीडिया का यह बयान केवल फंडरेजिंग अपील नहीं, बल्कि AI-आधारित भविष्य के खिलाफ एक विचारधारात्मक प्रतिक्रिया है। जहां Grokipedia जैसी वेबसाइटें मशीन लर्निंग और बड़े भाषा मॉडलों (LLMs) पर निर्भर हैं, वहीं विकिपीडिया पूरी तरह मानव संपादन और सामुदायिक सहयोग पर आधारित है।
विकिपीडिया के संस्थापक जिमी वेल्स पहले ही कई बार यह कह चुके हैं कि “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ज्ञान का पूरक हो सकता है, लेकिन उसके स्थानापन्न नहीं।” उन्होंने कहा था कि “AI कई बार जानकारी को गढ़ भी सकता है, जबकि विकिपीडिया का हर संपादक तथ्य और स्रोत की पुष्टि करता है।”
Grokipedia के शुरुआती संस्करण में लगभग 9 लाख लेख शामिल किए गए हैं, लेकिन कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इनमें से कई में स्रोतों की कमी और तथ्यों में विसंगतियां पाई गई हैं। वहीं विकिपीडिया के अंग्रेजी संस्करण में 70 लाख से ज्यादा लेख मौजूद हैं, जिन्हें दुनिया भर के लाखों वॉलंटियर्स मिलकर अपडेट करते हैं।
इंटरनेट पर अब यह बहस तेज हो गई है कि आने वाले समय में कौन सा मॉडल ज्यादा विश्वसनीय साबित होगा — मानव-संपादित ज्ञान का विकिपीडिया या AI-संचालित “Grokipedia”?
कई विशेषज्ञों का कहना है कि AI ज्ञान की गति बढ़ा सकता है लेकिन पारदर्शिता और जवाबदेही की जगह नहीं ले सकता। विकिपीडिया का मॉडल यह सुनिश्चित करता है कि हर जानकारी के पीछे एक व्यक्ति जिम्मेदार हो, जबकि Grokipedia जैसी प्रणालियां यह नहीं बता पातीं कि कोई तथ्य कहां से आया।
विकिपीडिया का यह संदेश इंटरनेट जगत के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है। इसमें न केवल AI बनाम मानव के बीच की तकनीकी बहस दिखाई देती है, बल्कि यह उस सामाजिक भावना को भी दर्शाता है जो “साझा ज्ञान” और “विश्वसनीय सूचना” पर आधारित है।
एलन मस्क की Grokipedia ने निश्चित रूप से ज्ञान-साझा करने के क्षेत्र में एक नई प्रतिस्पर्धा शुरू की है, लेकिन विकिपीडिया ने यह स्पष्ट कर दिया है कि “मानव मस्तिष्क द्वारा संचालित सहयोग” अभी भी सबसे भरोसेमंद तरीका है।







