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रविवार की रात भारत के लिए गर्व का पल लेकर आई। देश की बेटियों ने क्रिकेट के मैदान पर ऐसा इतिहास रच दिया जिसे देखने के लिए पूरा भारत आधी रात तक जगा रहा। चाहे घरों में टीवी स्क्रीन हों या मोबाइल फोन — हर जगह सिर्फ एक ही आवाज गूंज रही थी, “चलो बेटियों!”
भारत की महिला क्रिकेट टीम ने अपने दमदार प्रदर्शन से न सिर्फ खिताब जीता, बल्कि करोड़ों भारतीयों के दिलों को भी जीत लिया। इस मुकाबले ने दर्शकों की संख्या के सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए। जियो हॉटस्टार पर दर्शकों की संख्या मैच के शुरुआती ओवरों में करीब 8 करोड़ थी, लेकिन जैसे-जैसे मैच रोमांचक मोड़ पर पहुंचा, व्यूअरशिप लगातार बढ़ती गई और आखिरकार यह पाकिस्तान की कुल जनसंख्या को भी पीछे छोड़ गई।
इस ऐतिहासिक रात का माहौल पूरे देश में त्योहार जैसा था। दिल्ली से लेकर चेन्नई, जयपुर से गुवाहाटी तक, हर कोने में लोग अपने मोबाइल और टीवी सेट्स के सामने बैठे थे। क्रिकेट मैदान पर बेटियों की जीत को देखने के लिए भारत ने नींद को त्याग दिया। सोशल मीडिया पर #BetiyaJeetGayi और #IndiaWinsAgain जैसे हैशटैग ट्रेंड करते रहे।
जियो हॉटस्टार ने भी इस रिकॉर्ड पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि यह भारतीय खेलों के इतिहास का एक “गोल्डन मोमेंट” है। कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि यह पहला मौका था जब किसी महिला क्रिकेट मुकाबले को देखने वालों की संख्या इतनी अधिक हुई। उन्होंने कहा, “भारतीय दर्शकों ने साबित कर दिया है कि अब महिला क्रिकेट सिर्फ खेल नहीं, बल्कि एक भावना है।”
मैच की बात करें तो शुरुआती ओवरों में भारत ने संयमित शुरुआत की, लेकिन मिडिल ओवरों में बेटियों ने विस्फोटक बल्लेबाजी दिखाते हुए रन रेट को तेजी से बढ़ाया। गेंदबाजों ने भी शानदार प्रदर्शन किया और आखिरी ओवरों में विपक्षी टीम को 10 रन से हराकर इतिहास रच दिया।
इस जीत के साथ भारत ने न केवल ट्रॉफी अपने नाम की, बल्कि महिला क्रिकेट के वैश्विक मंच पर अपनी ताकत भी साबित की। कप्तान ने मैच के बाद कहा, “यह जीत सिर्फ हमारी नहीं, पूरे भारत की है। हमें पता था कि हमारे पीछे पूरा देश खड़ा है। जब लाखों आंखें हमारी ओर थीं, तो हारना संभव ही नहीं था।”
राजधानी दिल्ली में लोगों ने रात भर आतिशबाज़ी की और सड़कों पर भारत माता की जय के नारे गूंजते रहे। प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति से लेकर फिल्मी हस्तियों तक, सभी ने टीम इंडिया की बेटियों को बधाई दी। प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, “इन बेटियों ने भारत को गौरवान्वित किया है। उनका संघर्ष, उनका आत्मविश्वास और उनकी मेहनत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा।”
इस जीत का एक और खास पहलू था — भारत में महिला खेलों के प्रति बढ़ती रुचि। अब तक जो खेल सिर्फ पुरुष क्रिकेट तक सीमित समझा जाता था, उसमें अब महिला खिलाड़ियों ने भी अपनी जगह मजबूती से बना ली है। स्पोर्ट्स एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह क्षण महिला क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा देगा।
जियो हॉटस्टार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, इस मैच ने भारतीय डिजिटल स्पोर्ट्स व्यूअरशिप का सर्वकालिक रिकॉर्ड तोड़ा। इससे पहले यह रिकॉर्ड 2023 के पुरुष वर्ल्ड कप फाइनल के नाम था। विशेषज्ञों का कहना है कि इस उपलब्धि ने साबित कर दिया कि महिला क्रिकेट अब सिर्फ “दूसरा विकल्प” नहीं बल्कि मुख्य आकर्षण बन चुका है।
इस उपलब्धि के बाद BCCI ने भी घोषणा की कि महिला क्रिकेट के बुनियादी ढांचे को और मज़बूत किया जाएगा। घरेलू स्तर पर महिला खिलाड़ियों के लिए अधिक टूर्नामेंट और संसाधन मुहैया कराने की योजना बनाई जा रही है।
भारत की बेटियों की यह जीत केवल मैदान तक सीमित नहीं रही। यह उस हर लड़की की जीत है जिसने कभी बैट या बॉल उठाने का सपना देखा। यह उस विश्वास की जीत है जो कहता है कि “बेटियाँ किसी से कम नहीं।”
आधी रात तक जगकर बेटियों की जीत देखने वाला भारत अब केवल एक क्रिकेट प्रेमी देश नहीं, बल्कि खेल में समानता का प्रतीक बन गया है। इस मैच ने दिखा दिया कि जब महिलाएँ मैदान में उतरती हैं, तो इतिहास लिखा जाता है — और इस बार वह इतिहास “गर्व” के सुनहरे अक्षरों में दर्ज हुआ।

		
		
		
		
		
		
		
		
		






