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भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इतिहास रचते हुए पहली बार वनडे विश्व कप का खिताब जीत लिया है। इस ऐतिहासिक जीत में टीम के हेड कोच अमोल मजूमदार का योगदान बेहद अहम रहा। लेकिन इसी जीत के बाद सोशल मीडिया पर अचानक रोहित शर्मा का 11 साल पुराना ट्वीट चर्चा का विषय बन गया है। यह ट्वीट मजूमदार के क्रिकेट करियर और उनकी शख्सियत को लेकर था, जो आज के संदर्भ में बिल्कुल सटीक साबित हो रहा है।
फैंस ने जैसे ही भारत की महिला टीम को वर्ल्ड चैंपियन बनते देखा, वैसे ही ट्विटर (अब X) पर रोहित शर्मा का वह पुराना ट्वीट वायरल होने लगा। यह ट्वीट साल 2014 का है, जब मजूमदार ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा की थी। उस समय भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने उन्हें श्रद्धांजलि स्वरूप एक भावनात्मक ट्वीट किया था।
रोहित ने लिखा था, “Amol Muzumdar — one of the finest batsmen never to play for India. Learnt a lot from him during my Ranji days. A true gentleman of the game.”
(“अमोल मजूमदार उन बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक हैं जिन्हें भारत के लिए खेलने का मौका नहीं मिला। मैंने अपने रणजी दिनों में उनसे बहुत कुछ सीखा। वे खेल के सच्चे जेंटलमैन हैं।”)*
आज जब अमोल मजूमदार भारतीय महिला टीम के कोच बनकर भारत को विश्व विजेता बना चुके हैं, तो यह ट्वीट दोबारा सुर्खियों में है। फैंस का कहना है कि रोहित शर्मा की उस समय की बात अब पूरी तरह सच साबित हो चुकी है — मजूमदार भले भारतीय टीम के लिए न खेले हों, लेकिन उन्होंने भारतीय क्रिकेट को एक विश्व चैंपियन टीम जरूर दी है।
अमोल मजूमदार की कोचिंग में भारतीय महिला टीम ने शानदार प्रदर्शन किया। फाइनल मुकाबले में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को हराकर पहली बार महिला वनडे विश्व कप जीता। टीम की कप्तान स्मृति मंधाना, हरलीन देओल और दीप्ति शर्मा जैसे खिलाड़ियों ने कोच के मार्गदर्शन में बेहतरीन खेल दिखाया।
मजूमदार की क्रिकेट यात्रा भी बेहद प्रेरणादायक रही है। उन्होंने अपने रणजी करियर में 11,000 से ज्यादा रन बनाए और मुंबई टीम के लिए कई यादगार पारियां खेलीं। उनका नाम घरेलू क्रिकेट में हमेशा एक ‘क्लास बैट्समैन’ के रूप में लिया जाता रहा, लेकिन उन्हें कभी भारतीय राष्ट्रीय टीम के लिए खेलने का मौका नहीं मिला। यही वजह है कि रोहित शर्मा और कई अन्य खिलाड़ियों ने उन्हें हमेशा “अनदेखा हीरा” कहा।
रोहित शर्मा का वह ट्वीट अब एक तरह से क्रिकेट की भविष्यवाणी जैसा लग रहा है। सोशल मीडिया यूजर्स लिख रहे हैं कि “जिस खिलाड़ी को मैदान पर भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका नहीं मिला, उसने अब ड्रेसिंग रूम से देश को विश्व विजेता बना दिया।”
ट्विटर पर एक यूजर ने लिखा, “11 साल पहले रोहित शर्मा ने जो लिखा था, आज वही सच बन गया। मजूमदार ने दिखा दिया कि अगर दिल में जुनून और ज्ञान हो, तो इतिहास रचा जा सकता है।”
दूसरे यूजर ने कहा, “रोहित शर्मा और अमोल मजूमदार दोनों मुंबई की मिट्टी के खिलाड़ी हैं — एक मैदान में लीड करता है, दूसरा पर्दे के पीछे से।”
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने भी मजूमदार की तारीफ करते हुए कहा है कि उनकी कोचिंग ने टीम इंडिया को नई सोच और आत्मविश्वास दिया। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी महिला टीम को बधाई देते हुए कहा कि यह जीत “भारत की नारी शक्ति की असली मिसाल” है।
गौरतलब है कि मजूमदार के कोच बनने के बाद से भारतीय महिला टीम का प्रदर्शन लगातार बेहतर हुआ है। उन्होंने टीम में आक्रामकता, मानसिक मजबूती और फिटनेस पर खास ध्यान दिया। खिलाड़ियों ने कई बार इंटरव्यू में कहा कि कोच मजूमदार ने उन्हें “खुद पर विश्वास करना” सिखाया।
आज भारत की इस जीत के साथ रोहित शर्मा का 11 साल पुराना ट्वीट केवल एक संदेश नहीं, बल्कि क्रिकेट के इतिहास का सुनहरा पन्ना बन गया है। यह इस बात का प्रमाण है कि कभी-कभी एक खिलाड़ी का असली योगदान उसके खेलने से नहीं, बल्कि उसकी सीख और प्रेरणा से सामने आता है।
अब जब अमोल मजूमदार का नाम विश्व विजेता कोच के रूप में दर्ज हो चुका है, तो फैंस कह रहे हैं — “रोहित की बात आखिरकार सच हुई… अमोल मजूमदार, आप सिर्फ महान खिलाड़ी ही नहीं, अब महान कोच भी हैं।”

		
		
		
		
		
		
		
		
		






