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देश के प्रमुख इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म Groww (ग्रो) का बहुप्रतीक्षित आईपीओ (IPO) आज यानी 4 नवंबर 2025 से निवेशकों के लिए खुल गया है। यह आईपीओ बाजार में जबरदस्त चर्चा में है क्योंकि लिस्टिंग से पहले ही इसका ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) लगातार बढ़ रहा है। कंपनी ने इस इश्यू का प्राइस बैंड 95 रुपये से 100 रुपये प्रति शेयर तय किया है और निवेशक इसमें 7 नवंबर तक बोली लगा सकेंगे।
Groww का आईपीओ उन निवेशकों के लिए खास माना जा रहा है जो भारत की तेजी से बढ़ती फिनटेक इंडस्ट्री में हिस्सेदारी चाहते हैं। कंपनी का कहना है कि इस इश्यू से जुटाई गई रकम का इस्तेमाल प्लेटफॉर्म के विस्तार, तकनीकी इंफ्रास्ट्रक्चर के उन्नयन और नए निवेश उत्पादों के विकास में किया जाएगा।
बाजार में इस आईपीओ को लेकर जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। लिस्टिंग से पहले ही ग्रो का GMP (Grey Market Premium) 25 से 30 रुपये तक पहुंच गया है। यानी निवेशकों को अनुमान है कि लिस्टिंग के दिन Groww के शेयरों की कीमत 125 से 130 रुपये तक जा सकती है।
जानकारों का कहना है कि फिनटेक सेक्टर में ग्रो की पकड़ मजबूत है और कंपनी के पास करीब 7.5 करोड़ से ज्यादा यूजर्स का आधार है। साथ ही, यह प्लेटफॉर्म म्यूचुअल फंड, स्टॉक ट्रेडिंग, SIP और ETF जैसी सेवाओं में तेजी से विस्तार कर रहा है। यही वजह है कि निवेशकों का भरोसा ग्रो पर लगातार बढ़ रहा है।
एनालिस्ट्स का क्या कहना है:
ब्रोकरेज हाउस और मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि Groww का आईपीओ लंबी अवधि के निवेशकों के लिए एक आकर्षक अवसर हो सकता है। कोटक सिक्योरिटीज के विश्लेषक का कहना है कि कंपनी की रेवेन्यू ग्रोथ सालाना 45% से अधिक है, जो इसे फिनटेक इंडस्ट्री में एक मजबूत दावेदार बनाता है। वहीं, एंजल वन ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि “Groww का बिजनेस मॉडल स्केलेबल और टेक्नोलॉजी-ड्रिवन है। यह आने वाले वर्षों में तेजी से विस्तार कर सकता है।”
दूसरी ओर, कुछ विशेषज्ञों ने निवेशकों को सावधानी बरतने की भी सलाह दी है। उनका कहना है कि फिनटेक सेक्टर में प्रतिस्पर्धा बहुत ज्यादा है, खासतौर पर Zerodha, Upstox और Paytm Money जैसी कंपनियों से। इसलिए निवेशकों को कंपनी की लंबी अवधि की रणनीति और मुनाफे की स्थिति को ध्यान में रखकर निर्णय लेना चाहिए।
आईपीओ की डिटेल्स:
Groww का कुल इश्यू साइज लगभग ₹2,500 करोड़ रुपये का है, जिसमें नया इश्यू और ऑफर फॉर सेल (OFS) दोनों शामिल हैं। रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए 35%, क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) के लिए 50% और नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs) के लिए 15% हिस्सा आरक्षित किया गया है। एक रिटेल निवेशक 150 शेयरों के एक लॉट के साथ निवेश कर सकता है, जिसकी न्यूनतम लागत लगभग ₹15,000 रुपये होगी।
आईपीओ के अलॉटमेंट की तारीख 8 नवंबर 2025 तय की गई है और इसकी लिस्टिंग 11 नवंबर 2025 को बीएसई और एनएसई पर होने की संभावना है।
Groww की ग्रोथ स्टोरी:
Groww ने पिछले कुछ वर्षों में फिनटेक क्षेत्र में जबरदस्त प्रगति की है। 2016 में चार पूर्व फ्लिपकार्ट कर्मचारियों — ललित केशरे, इशान बंसल, नेहा सिंह और हर्ष जैन — ने मिलकर इस कंपनी की स्थापना की थी। शुरुआत में यह एक म्यूचुअल फंड इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म था, लेकिन अब यह भारत के सबसे बड़े ऑनलाइन निवेश प्लेटफॉर्म्स में से एक बन चुका है।
वर्तमान में Groww के पास 25 लाख से ज्यादा सक्रिय निवेशक हैं और कंपनी ने बीते वित्त वर्ष में लगभग ₹800 करोड़ रुपये का रेवेन्यू दर्ज किया है। कंपनी का लक्ष्य अगले दो वर्षों में अपने यूज़र बेस को 10 करोड़ तक पहुंचाने का है।
GMP के रुझान से बढ़ी उम्मीदें:
आईपीओ से पहले Groww के शेयर अनलिस्टेड मार्केट में जबरदस्त मांग में हैं। शुक्रवार तक Groww का ग्रे मार्केट प्रीमियम ₹28 रुपये प्रति शेयर तक पहुंच गया था। मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि यदि यह रुझान जारी रहता है तो लिस्टिंग के दिन निवेशकों को 30–40% तक का लिस्टिंग गेन मिल सकता है।
हालांकि, विशेषज्ञ यह भी कह रहे हैं कि शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स को लिस्टिंग गेन पर नज़र रखनी चाहिए जबकि लॉन्ग-टर्म निवेशक कंपनी की ग्रोथ स्ट्रैटेजी को ध्यान में रखकर निवेश करें।
Groww का IPO फिनटेक सेक्टर के लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकता है। बढ़ते यूज़र बेस, मजबूत डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर और तेजी से बढ़ते मुनाफे के चलते कंपनी ने बाजार में अपनी पहचान मजबूत की है। लेकिन निवेश से पहले मार्केट रिस्क और प्रतिस्पर्धा को ध्यान में रखना भी उतना ही जरूरी है।

		
		
		
		
		
		
		
		
		




