




Talisman Sabre 2025: ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड में दुनिया का सबसे बड़ा मल्टीनेशनल मिलिट्री एक्सरसाइज शुरू हो चुका है, जिसमें भारत समेत 20 देशों की सेनाएं हिस्सा ले रही हैं। इस ऐतिहासिक युद्धाभ्यास में 35,000 से अधिक सैनिक भाग ले रहे हैं, जो ज़मीन, समंदर और आसमान में आधुनिक युद्ध कौशल की प्रैक्टिस कर रहे हैं।
यह अभ्यास इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शक्ति संतुलन और एकजुटता का प्रतीक माना जा रहा है। भारत की भागीदारी से पाकिस्तान की चिंता बढ़ना स्वाभाविक है, खासतौर पर तब जब पाकिस्तान चीन की मदद से भारत के खिलाफ साजिशें रचने में व्यस्त रहता है।
🛡️ क्या है Talisman Sabre 2025?
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स्थान: ऑस्ट्रेलिया (क्वींसलैंड, न्यू साउथ वेल्स, क्रिसमस द्वीप)
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समयावधि: तीन हफ्तों तक
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सैनिक भागीदारी: 35,000+
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तीनों सेनाओं की भागीदारी: थल सेना, वायु सेना और नौसेना
इस युद्धाभ्यास का उद्देश्य है ज्वाइंट फोर्स कोऑपरेशन, लाइव फायर एक्सरसाइज, हवाई बमबारी, समुद्री सुरक्षा, और युद्ध रणनीतियों का साझा अभ्यास।
🌐 भारत के साथ कौन-कौन से देश ले रहे हैं भाग?
भारत के साथ निम्नलिखित देश इस सैन्य अभ्यास का हिस्सा हैं:
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अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, यूके, जापान, फ्रांस, साउथ कोरिया, कनाडा, जर्मनी, सिंगापुर, फिजी, फिलिपींस, इंडोनेशिया, थाईलैंड, नीदरलैंड, नॉर्वे, पापुआ न्यू गिनी, न्यूजीलैंड, टोंगा
वियतनाम और मलेशिया को पर्यवेक्षक (Observers) के रूप में शामिल किया गया है।
🚀 भारत की तैयारी और तकनीकी साझेदारी
भारत ने इस अभ्यास के दौरान:
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HIMARS (High Mobility Artillery Rocket System) के साथ कोऑर्डिनेटेड बमबारी की
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मोबाइल रॉकेट लॉन्च सिस्टम का अभ्यास किया
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लाइव फायर ड्रिल्स, सी-वॉर टेक्निक्स और एयर मिशन कोऑर्डिनेशन में भाग लिया
यह सब दर्शाता है कि भारत न सिर्फ युद्ध की तैयारी कर रहा है, बल्कि ग्लोबल डिफेंस पावर नेटवर्क का भी मजबूत हिस्सा बन रहा है।
💣 पाकिस्तान की बढ़ती बेचैनी
भारत की इस भागीदारी ने पाकिस्तान की टेंशन बढ़ा दी है। चीन के भरोसे भारत के खिलाफ चालें चलने वाला पाकिस्तान अब खुद को रणनीतिक रूप से घिरा हुआ महसूस कर रहा है। भारत की यह सक्रिय सैन्य भूमिका, क्षेत्रीय स्थिरता बनाए रखने में भी अहम भूमिका निभा रही है।