




गोरखपुर, 17 जुलाई 2025:
भोजपुरी, हिंदी और साउथ सिनेमा के चर्चित अभिनेता और गोरखपुर से दूसरी बार सांसद बने रविकिशन शुक्ला आज अपना 56वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनका जन्म 17 जुलाई 1969 को मुंबई में हुआ था, लेकिन पूर्वजों की जड़ें उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के मामखोर गांव से जुड़ी हैं।
रियल से रील और फिर रियल लाइफ का हीरो
गरीबी और संघर्ष से निकले रविकिशन ने अपने करियर में 700 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया है। लेकिन उनका असली संघर्ष तब शुरू हुआ जब उन्होंने 2019 में गोरखपुर लोकसभा सीट से राजनीति में कदम रखा।
उससे पहले 2018 के उपचुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन फिल्मी चमक-दमक से दूर, रविकिशन ने मामखोर गांव में माथा टेक कर यह साबित कर दिया कि वे “बाहरी” नहीं हैं, बल्कि उस माटी के बेटे हैं।
राजनीतिक सफर की बड़ी जीत
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2019 में गोरखपुर सीट से सपा को हराकर सांसद बने।
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2024 में दोबारा जीत दर्ज की।
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26 जुलाई 2025 को “संसद रत्न अवार्ड” मिलने जा रहा है।
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हाल ही में ऑस्कर नॉमिनेटेड फिल्म “लापता लेडीज” में दमदार अभिनय से फिर चर्चा में आए।
रक्तदाता भी, नेता भी
रवि किशन का ब्लड ग्रुप ‘बी’ निगेटिव है, जो कि एक रेयर ब्लड ग्रुप है। वे खुद को एक समर्पित रक्तदाता मानते हैं और कई बार लोगों की जान बचाने में मदद कर चुके हैं। वे कहते हैं, “अगर मेरा खून किसी की जिंदगी बचा सकता है, तो यह मेरे जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि होगी।”
जनसेवा का प्रण, भंडारे का आयोजन
अपने जन्मदिन के अवसर पर रविकिशन ने रामगढ़ताल स्थित अपने आवास पर जनता के लिए भंडारे का आयोजन किया है। उनका मानना है कि जनसेवा ही असली सम्मान है।
‘मामखोर’ का लाल
गांव मामखोर, जो कभी अनजान था, अब रविकिशन की वजह से पूरे देश-दुनिया में चर्चा का विषय है। यहां के ‘शुक्ल ब्राह्मण’ परिवार से ताल्लुक रखने वाले रविकिशन ने न सिर्फ गांव का नाम रौशन किया, बल्कि गोरखपुर की राजनीति में भी एक नई उम्मीद की किरण बने।