




📍शिमला (हिमाचल प्रदेश), 18 जुलाई 2025 — शिमला जिले की चेवड़ी पंचायत में स्थानीय लोगों और पंचायत प्रतिनिधियों के विरोध के चलते अब शराब का ठेका नहीं खुलेगा। पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने इस मामले का तुरंत संज्ञान लेते हुए एक्साइज कमिश्नर को ठेका बंद करने के निर्देश जारी कर दिए हैं।
❗क्या है मामला?
चेवड़ी पंचायत के खेरा गांव में शराब का ठेका खोले जाने के बाद पंचायत प्रतिनिधियों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया। जनता के भारी विरोध और जनप्रतिनिधियों की नाराज़गी को देखते हुए मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा,
“मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत एक्साइज विभाग से संपर्क कर ठेका बंद करने के निर्देश दिए गए हैं।”
बिना NOC खुलता है ठेका
हालांकि शराब ठेके का मामला पंचायती राज विभाग के अधीन नहीं आता और न ही इसके लिए पंचायत की NOC जरूरी होती है, फिर भी जनभावनाओं का सम्मान करते हुए मंत्री ने यह फैसला लिया।
नई पंचायतों का गठन नहीं
पंचायती राज मंत्री ने यह भी साफ कर दिया कि वित्तीय संकट के चलते राज्य में फिलहाल नई पंचायतों का गठन नहीं किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि:
-
एक पंचायत पर 10 लाख रुपये सालाना खर्च आता है।
-
पंचायत भवन निर्माण में 1.14 करोड़ रुपये खर्च होते हैं।
-
राज्य सरकार को 750 नई पंचायतों के गठन के प्रस्ताव मिले थे, जिन्हें स्थगित कर दिया गया है।
पंचायत चुनाव तय समय पर होंगे
पंचायत चुनावों को लेकर मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने स्पष्ट किया कि दिसंबर 2025 के मध्य तक पंचायत चुनाव समय पर करवा लिए जाएंगे।
🧾 निष्कर्ष
इस फैसले से यह साफ है कि सरकार जनता की भावनाओं और पंचायत प्रतिनिधियों की आवाज को प्राथमिकता दे रही है। वहीं, सीमित संसाधनों और आर्थिक तंगी के कारण सरकार फिलहाल नई पंचायतों के गठन से पीछे हट रही है।