




📍 वॉशिंगटन | विशेष रिपोर्ट
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर ऐसा बयान दे दिया है जिसे लेकर कूटनीतिक और आर्थिक हलकों में हलचल मच गई है। ट्रंप ने अपने हालिया इंटरव्यू में भारत और रूस के बीच बढ़ते संबंधों पर टिप्पणी करते हुए कहा,
“अगर भारत और रूस ने गठबंधन गहरा किया, तो वे मिलकर वैश्विक डेड इकॉनमी को और नीचे ले जा सकते हैं।”
उनके इस बयान को विवादित और भ्रमित करने वाला बताया जा रहा है, क्योंकि उन्होंने न तो “डेड इकॉनमी” की परिभाषा स्पष्ट की और न ही यह बताया कि भारत-रूस की साझेदारी से उसे कैसे खतरा है।
ट्रंप का अजीब दावा:
डोनाल्ड ट्रंप ने यह भी कहा कि भारत को अमेरिका के ज्यादा करीब होना चाहिए, क्योंकि चीन और रूस की बढ़ती नजदीकी “दुनिया के लिए खतरनाक” है। लेकिन इसके साथ ही उन्होंने भारत-रूस के सहयोग को भी वैश्विक आर्थिक संकट का कारण बताने की कोशिश की, जिससे राजनीतिक पर्यवेक्षक चौंक गए हैं।
भारत की प्रतिक्रिया नहीं आई:
अब तक भारत सरकार की ओर से इस बयान पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप का यह बयान राजनैतिक रूप से अपरिपक्व और अर्थव्यवस्था की वास्तविक समझ से परे है।
क्या फिर गया ट्रंप का दिमाग?
यह पहली बार नहीं है जब ट्रंप ने अंतरराष्ट्रीय संबंधों और अर्थव्यवस्था को लेकर विरोधाभासी बातें कही हैं। इससे पहले भी वे नाटो, चीन, और जलवायु समझौते जैसे मुद्दों पर ऐसी टिप्पणियां कर चुके हैं जो दुनिया भर में आलोचना का कारण बनीं।