




रावतसर में नई शुरुआत
रावतसर के नोहर रोड स्थित गोविन्द प्लाज़ा में रॉयल स्टील फर्नीचर हाउस का भव्य शुभारंभ किया गया। भूमि विकास बैंक के अध्यक्ष राजेंद्र सिहाग के पारिवारिक सदस्य प्रेम सिहाग और उनके रिश्तेदार संतलाल जी थोरी द्वारा इस नये प्रतिष्ठान की शुरुआत की गई।
यह शुभ अवसर क्षेत्र के लिए व्यापार और उद्यमिता की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है। कार्यक्रम में क्षेत्र के अनेक गणमान्यजन, व्यापारी, अधिवक्ता, जनप्रतिनिधि और परिजनों ने शिरकत कर नई शुरुआत को अपनी शुभकामनाएं दीं।
गणमान्यजनों की उपस्थिति
कार्यक्रम का शुभारंभ माननीय धर्मेंद्र जी मोची (पूर्व विधायक), माननीय अभिषेक मटोरिया की माता जी, और श्री राजेंद्र जी न्योल (चेयरमैन, हनुमानगढ़ केंद्रीय सहकारी बैंक) ने अपने करकमलों से किया।
इस अवसर पर उपस्थित गणमान्यजनों ने प्रेम सिहाग और संतलाल जी थोरी को व्यापार में सफलता और उन्नति की शुभकामनाएं दीं।
जनप्रतिनिधि और समाज का आशीर्वाद
समारोह में क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, व्यापारी वर्ग, अधिवक्ता समुदाय और बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक मौजूद रहे। सभी ने नए फर्नीचर प्रतिष्ठान के शुभारंभ पर प्रसन्नता व्यक्त की और इसे रावतसर और आस-पास के क्षेत्रों के लिए एक नई सुविधा बताया।
भूमि विकास बैंक के अध्यक्ष राजेंद्र सिहाग ने कार्यक्रम में आए सभी मेहमानों और स्नेहिल साथियों का हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए कहा कि—
“रॉयल स्टील फर्नीचर हाउस सिर्फ एक व्यापारिक प्रतिष्ठान नहीं, बल्कि समाज की सेवा का माध्यम बनेगा। हम उम्मीद करते हैं कि यह प्रतिष्ठान ग्राहकों को उच्च गुणवत्ता वाले फर्नीचर के साथ विश्वसनीय सेवा प्रदान करेगा।”
स्थानीय व्यापार में नया आयाम
रॉयल स्टील फर्नीचर हाउस के शुभारंभ से क्षेत्र के ग्राहकों को आधुनिक और टिकाऊ स्टील फर्नीचर की उपलब्धता आसानी से हो सकेगी। इससे न केवल उपभोक्ताओं को सुविधा मिलेगी बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
प्रेम सिहाग और संतलाल जी की पहल
नई शुरुआत के सूत्रधार प्रेम सिहाग और संतलाल जी थोरी ने अपने उद्यम की सफलता के लिए समाज और परिवार से मिले सहयोग का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि—
“हमारा प्रयास रहेगा कि हम ग्राहकों को नवीन डिज़ाइन और बेहतरीन गुणवत्ता वाले फर्नीचर उपलब्ध कराएं। हमें विश्वास है कि यह प्रतिष्ठान क्षेत्र की बढ़ती आवश्यकताओं को पूरा करेगा।”
समापन और आभार
कार्यक्रम का समापन सामूहिक धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। उपस्थित लोगों ने इस नई पहल को क्षेत्रीय विकास का प्रतीक बताया और इसे हर दृष्टि से सफल बनाने की कामना की।
राजेंद्र सिहाग ने अंत में कहा कि—
“मेरे भाई प्रेम सिहाग और रिश्तेदार संतलाल जी की इस नई शुरुआत के लिए मैं ढेरों मंगलकामनाएं देता हूँ। कार्यक्रम में पधारे सभी अतिथियों का दिल से आभार।”