




हनुमानगढ़ जिले की नोहर तहसील में किसानों की लंबे समय से चली आ रही सिंचाई संबंधी समस्या के समाधान की दिशा में अहम कदम उठाए जाने पर आज किसानों और विभिन्न किसान संगठनों ने पूर्व विधायक अभिषेक मटोरिया का सामूहिक रूप से स्वागत और अभिनंदन किया। यह कार्यक्रम नोहर स्थित मटोरिया भवन में आयोजित किया गया, जिसमें किसानों ने साफा पहनाकर और अभिनंदन कर अपनी कृतज्ञता व्यक्त की।
पूर्व विधायक अभिषेक मटोरिया ने हाल ही में क्षेत्र की सबसे गंभीर समस्या – एक मुरब्बे में केवल एक नके की व्यवस्था – को हल करने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल की। अब एक मुरब्बे में दो नके की स्वीकृति मिल चुकी है। इसके साथ ही विभिन्न खालों और माइनरों के पुनर्निर्माण की स्वीकृति भी मिली है। इससे क्षेत्र के हजारों किसानों को सीधे लाभ मिलेगा और जल वितरण को लेकर होने वाले विवादों में कमी आएगी।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में किसान और किसान संगठन मौजूद रहे। किसानों ने मटोरिया जी को साफा पहनाकर और अभिनंदन कर स्वागत किया। इस मौके पर वातावरण उत्साहपूर्ण और आभार से भरा रहा।
भूमि विकास बैंक के अध्यक्ष राजेंद्र सिहाग ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा:
“श्रीमान अभिषेक जी मटोरिया द्वारा एक मुरब्बे में दो नको की स्वीकृति दिलाकर क्षेत्र के किसानों को बड़ी राहत दी गई है। यह कार्य वास्तव में किसान हितैषी है और इसके लिए सभी किसान उनके आभारी हैं।”
अपने संबोधन में पूर्व विधायक अभिषेक मटोरिया ने कहा कि यह क्षेत्र की एक गंभीर समस्या थी, जिसे किसानों और किसान संगठनों ने उन्हें बार-बार अवगत कराया था। किसानों ने बताया था कि छोटे जोतों के कारण नाकों पर विवाद बढ़ रहा है। आए दिन नए नाके स्वीकृत करने के लिए प्रार्थना पत्र प्राप्त हो रहे थे।
मटोरिया जी ने बताया कि उन्होंने इस विषय पर माननीय मंत्री से मुलाकात कर विस्तृत चर्चा की। मंत्री ने समस्या की गंभीरता को समझा और तुरंत समाधान के लिए आदेश जारी किए।
“माननीय मंत्री जी और राज्य सरकार ने इस मुद्दे को किसान हित में तुरंत सुलझाया है। इसके लिए मैं सरकार और मंत्री जी का आभार व्यक्त करता हूँ।” – अभिषेक मटोरिया
नई व्यवस्था से किसानों को कई लाभ होंगे:
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सिंचाई विवादों में कमी – दो नके होने से जल वितरण संतुलित होगा।
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छोटी जोतों वाले किसानों को राहत – अब उन्हें पानी के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
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फसल उत्पादन में बढ़ोतरी – नियमित और समय पर पानी मिलने से पैदावार बेहतर होगी।
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कृषि लागत में कमी – अतिरिक्त पंपिंग और निजी खर्च कम होंगे।
इस निर्णय के पीछे किसान संगठनों की सक्रिय भूमिका रही। उन्होंने बार-बार अपनी समस्याओं को पूर्व विधायक तक पहुँचाया और सामूहिक रूप से सरकार के सामने रखवाया।
किसान नेताओं का कहना था कि एक मुरब्बे में केवल एक नके की पुरानी व्यवस्था अब बदलते हालातों में व्यवहारिक नहीं रह गई थी। छोटे-छोटे खेतों में पानी बांटने में असमानता और विवाद बढ़ रहे थे।
पूर्व विधायक मटोरिया द्वारा किए गए इस प्रयास से क्षेत्र में विकास की नई उम्मीद जगी है। नहरों और माइनरों का पुनर्निर्माण किसानों की वर्षों पुरानी मांग थी। इससे न केवल जल वितरण बेहतर होगा, बल्कि खेती की उत्पादकता और किसानों की आय में भी बढ़ोतरी होगी।
किसानों का मानना है कि यह निर्णय आने वाले वर्षों में क्षेत्र की कृषि अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा।
नोहर और आसपास के किसानों की सिंचाई समस्याओं के समाधान की दिशा में पूर्व विधायक अभिषेक मटोरिया की यह पहल ऐतिहासिक कही जा सकती है। किसानों ने सामूहिक रूप से उनका अभिनंदन कर यह संदेश दिया कि जब भी कोई जनप्रतिनिधि किसान हित में ठोस कदम उठाता है, तो उसे जनता का भरपूर समर्थन और आशीर्वाद मिलता है।
यह निर्णय न केवल किसानों के जीवन में राहत लाएगा, बल्कि यह इस बात का भी प्रमाण है कि संगठित प्रयासों और प्रतिनिधित्व से जमीनी समस्याओं का समाधान संभव है।