




भारत के गृहमंत्री ने हाल ही में पांच और प्रमुख हवाई अड्डों पर फास्ट ट्रैक इमिग्रेशन और ट्रस्टेड ट्रैवलर प्रोग्राम लागू करने की घोषणा की है। यह कदम यात्रियों के लिए तेज़ और सुविधाजनक यात्रा अनुभव सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
इस प्रोग्राम के तहत यात्रियों को लंबी कतारों और औपचारिकताओं से बचाव मिलेगा। विशेष रूप से अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों के लिए यह सुविधा समय की बचत और यात्रा की सहजता प्रदान करेगी।
फास्ट ट्रैक इमिग्रेशन का उद्देश्य हवाई अड्डों पर इमिग्रेशन प्रक्रिया को तेज़ और सरल बनाना है।
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विशेष गेट और लेन: यात्रियों के लिए अलग लेन और गेट होंगे, जो सामान्य कतारों से स्वतंत्र होंगे। इससे यात्रियों का समय बचेगा और हवाई अड्डा अनुभव और सुविधाजनक बनेगा।
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डिजिटल और बायोमेट्रिक प्रक्रिया: यात्रियों की पहचान बायोमेट्रिक सिस्टम और डिजिटल पासपोर्ट स्कैनिंग के माध्यम से होगी। इससे सुरक्षा बढ़ेगी और प्रक्रिया में तेजी आएगी।
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ट्रस्टेड ट्रैवलर प्रोग्राम: नियमित अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों के लिए यह प्रोग्राम लागू किया जाएगा। प्री-अप्रूवल और व्यक्तिगत पहचान से वे आसानी से इमिग्रेशन प्रक्रिया पूरी कर सकेंगे।
गृहमंत्री ने घोषणा की कि निम्नलिखित पांच हवाई अड्डों पर यह सुविधा लागू होगी:
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दिल्ली इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा
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मुंबई छत्रपति शिवाजी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा
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बैंगलोर कर्नाटक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा
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हैदराबाद राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा
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चेन्नई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा
इन हवाई अड्डों का चयन उच्च यातायात और अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के आधार पर किया गया है।
फास्ट ट्रैक इमिग्रेशन और ट्रस्टेड ट्रैवलर प्रोग्राम से यात्रियों और हवाई अड्डा उद्योग को कई लाभ मिलेंगे।
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यात्रियों के लिए: लंबी कतारों और समय की बर्बादी से राहत मिलेगी।
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हवाई अड्डा प्रबंधन के लिए: भीड़ नियंत्रण और इमिग्रेशन प्रक्रिया को सुचारू बनाना आसान होगा।
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अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर: भारत के हवाई अड्डे आधुनिक और यात्रियों के अनुकूल माने जाएंगे।
गृहमंत्री ने कहा:
“हम चाहते हैं कि हमारे हवाई अड्डे यात्रियों के लिए सुविधाजनक और समय बचाने वाले हों। फास्ट ट्रैक इमिग्रेशन और ट्रस्टेड ट्रैवलर प्रोग्राम के माध्यम से हम देश के अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों को विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस कर रहे हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि इस पहल से भारत के अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन और व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा।
एयरपोर्ट और यात्रा विशेषज्ञों का कहना है कि यह पहल भारतीय हवाई अड्डों की सेवाओं को वैश्विक मानकों के अनुसार ढालने में महत्वपूर्ण है। डिजिटल और बायोमेट्रिक प्रणाली से सुरक्षा और प्रक्रिया में तेजी आएगी। नियमित अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों को ट्रस्टेड ट्रैवलर प्रोग्राम से लाभ होगा। इस कदम से भारत की एयरपोर्ट टेक्नोलॉजी और ग्राहक अनुभव में सुधार होगा।
गृहमंत्री ने संकेत दिए हैं कि भविष्य में अन्य प्रमुख हवाई अड्डों पर भी इस सुविधा को विस्तार दिया जाएगा। नई तकनीक और डिजिटल समाधान से हवाई अड्डों का संचालन और अधिक सुव्यवस्थित होगा। यात्री अनुभव को सुविधाजनक बनाने के लिए और भी नवाचार किए जाएंगे।भारत का हवाई अड्डा नेटवर्क विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस होगा।
पांच और हवाई अड्डों पर फास्ट ट्रैक इमिग्रेशन और ट्रस्टेड ट्रैवलर प्रोग्राम लागू करने का कदम यात्रियों, हवाई अड्डा प्रबंधन और देश के अंतर्राष्ट्रीय छवि के लिए महत्वपूर्ण है। यह यात्रियों को तेज़ और सुविधाजनक यात्रा सुनिश्चित करेगा। हवाई अड्डों की प्रक्रियाओं को आधुनिक और तकनीकी रूप से सक्षम बनाएगा। भारत के अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों को वैश्विक मानकों पर ले जाएगा।
इस पहल से न केवल यात्री सुविधा बढ़ेगी, बल्कि भारत का अंतर्राष्ट्रीय यात्रा और व्यापारिक वातावरण भी मजबूत होगा।