




स्थानीय विद्यालय मां शारदा पब्लिक स्कूल में शनिवार को नो बैग डे के अवसर पर खेलकूद प्रतियोगिताओं का भव्य आयोजन किया गया। विद्यालय प्रबंधन ने इस विशेष दिन को विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए समर्पित किया। बच्चों ने उत्साह और जोश से विभिन्न खेलों में भाग लेकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ संस्था प्रधान गुलाब कुमावत ने किया। उन्होंने खेलकूद प्रतियोगिता का विधिवत उद्घाटन करते हुए सभी विद्यार्थियों को खेलों का महत्व समझाया। संस्था प्रधान ने कहा कि खेल हमारे जीवन का अहम हिस्सा हैं। खेलों के माध्यम से हम न केवल अपने शरीर को स्वस्थ और मजबूत बना सकते हैं, बल्कि अपने आत्मविश्वास को भी बढ़ा सकते हैं। उन्होंने बच्चों से आह्वान किया कि वे खेलों को जीवन में अपनाकर देश का नाम रोशन करें।
खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन
खेलकूद कार्यक्रम में विद्यार्थियों को अलग-अलग वर्गों में बांटकर प्रतियोगिताएं कराई गईं। बालिका वर्ग में खो-खो, लंबी कूद और ऊंची कूद की प्रतियोगिता हुई, जिसमें छात्राओं ने शानदार प्रदर्शन कर बाजी मारी। वहीं, बालक वर्ग में कबड्डी और ऊंची कूद प्रतियोगिताएं आयोजित हुईं। कबड्डी में भगत सिंह दल और ऊंची कूद में विवेकानंद दल विजेता बने।
इन प्रतियोगिताओं ने न केवल विद्यार्थियों की खेल प्रतिभा को सामने लाया, बल्कि उनमें टीम भावना, आपसी सहयोग और अनुशासन की भावना भी विकसित की।
शिक्षकों और प्राचार्य का मार्गदर्शन
खेलकूद कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के वॉइस प्रिंसिपल ने भी बच्चों का उत्साहवर्धन किया और उन्हें खेलों में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रोत्साहित किया। उनकी प्रेरणा से विद्यार्थियों का मनोबल और भी ऊंचा हुआ और वे पूरी लगन से प्रतियोगिताओं में शामिल हुए।
विद्यालय के शारीरिक शिक्षक सावल सिंह ने खेलकूद प्रतियोगिता की तैयारी में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने अनुशासन और समन्वय के साथ कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संपन्न कराया।
शिक्षकों और विद्यार्थियों की मौजूदगी
खेलकूद आयोजन में वरिष्ठ अध्यापक बलदेव पंचाल, मांगीलाल, महेंद्र खोरवाल, पदमा बिश्नोई, दिव्या दवे, विमला चौधरी, सीमा और चंचल भी मौजूद रहे। वहीं विद्यार्थियों में सुरेश, सात्विक, भरत, अश्विन, कोमल, पायल, अंकिता और नोरंगी बिश्नोई ने खेलकूद कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी निभाई।
खेलों के लाभ और शिक्षा का संतुलन
संस्था प्रधान ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षा के साथ खेलों का संतुलन बेहद आवश्यक है। खेल हमें परिश्रम, अनुशासन और लक्ष्य की ओर निरंतर बढ़ते रहने की प्रेरणा देते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि आज के विद्यार्थी कल के राष्ट्र निर्माता हैं, इसलिए खेल और शिक्षा दोनों का समन्वय उन्हें जीवन में सफलता की ओर ले जाएगा।
मां शारदा पब्लिक स्कूल में आयोजित यह खेलकूद प्रतियोगिता विद्यार्थियों के जीवन में उत्साह और जोश का संचार करने में सफल रही। नो बैग डे पर हुए इस आयोजन ने बच्चों को यह संदेश दिया कि शिक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं है, बल्कि खेलों के माध्यम से भी जीवन के महत्वपूर्ण मूल्य सीखे जा सकते हैं।