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    रामलीला रीलोडेड: परंपरा और तकनीक का संगम, ऑपरेशन सिंदूर बना मुख्य आकर्षण

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    भारत की सांस्कृतिक परंपराओं में रामलीला का विशेष महत्व रहा है। हर वर्ष विजयादशमी के अवसर पर देशभर में श्रीराम की गाथा का मंचन किया जाता है। परंतु समय के साथ इसकी प्रस्तुति में बदलाव भी दिखाई दे रहा है। इस वर्ष की दिल्ली रामलीला खासतौर पर चर्चा में है क्योंकि इसमें परंपरा और आधुनिक तकनीक का अनूठा संगम देखने को मिल रहा है।

    ‘रामलीला रीलोडेड’ – एक नया अध्याय

    राजधानी दिल्ली में आयोजित हो रही रामलीला को इस बार ‘रामलीला रीलोडेड’ नाम दिया गया है। आयोजकों का कहना है कि इसका उद्देश्य युवाओं को इस पौराणिक कथा से जोड़ना है। पारंपरिक मंचन के साथ-साथ आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल दर्शकों के लिए एक नया अनुभव लेकर आया है।

    ऑपरेशन सिंदूर – मुख्य आकर्षण

    इस बार की रामलीला में सबसे खास पहलू है ‘ऑपरेशन सिंदूर’। यह नाटकीय प्रस्तुति सिर्फ धार्मिक मंचन नहीं बल्कि एक समकालीन संदेश भी देती है। आयोजकों ने रामायण के युद्ध प्रसंगों को आधुनिक सैन्य तकनीक और ‘ज्वाइंट वॉर रूम’ की तर्ज पर दिखाया है। बड़े LED स्क्रीन, 3D प्रोजेक्शन मैपिंग, ड्रोन से लाइट शो और स्पेशल इफेक्ट्स ने राम-रावण युद्ध को जीवंत बना दिया।

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का विचार इस बार के मंचन में केंद्रबिंदु है, जिसमें न केवल श्रीराम के आदर्शों को दिखाया गया, बल्कि यह भी संदेश दिया गया कि एकजुट होकर ही किसी भी संकट से निपटा जा सकता है।

    तकनीक और परंपरा का संगम

    आयोजकों ने मंचन में पारंपरिक संवाद, भजनों और श्लोकों को जस का तस रखा। परंतु युद्ध दृश्य, समुद्र पर पुल निर्माण, और लंका दहन जैसे प्रसंग तकनीकी इफेक्ट्स के माध्यम से दर्शाए गए। दर्शकों के लिए यह अनुभव बिल्कुल सिनेमाई लग रहा था।

    इससे युवा पीढ़ी, जो आमतौर पर वेब सीरीज और एक्शन फिल्मों की आदी है, भी रामायण की गाथा से जुड़ाव महसूस कर रही है।

    दर्शकों की प्रतिक्रियाएँ

    रामलीला देखने आए दर्शकों ने इसे ऐतिहासिक और भविष्यवादी प्रस्तुति बताया। बच्चों ने ड्रोन शो और डिजिटल इफेक्ट्स का खूब आनंद लिया। वहीं बुजुर्गों ने यह अनुभव किया कि परंपरा को आधुनिकता से जोड़कर भी उसकी आत्मा को बचाया जा सकता है।

    एक दर्शक ने कहा, “यह रामलीला नहीं, बल्कि रामायण का भविष्य संस्करण है। इससे हमारी संस्कृति और भी सशक्त होगी।”

    आयोजकों का संदेश

    आयोजक मंडल ने बताया कि ‘रामलीला रीलोडेड’ का मकसद केवल मनोरंजन नहीं है, बल्कि समाज को एकजुटता और धर्मनिष्ठा का संदेश देना भी है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का तात्पर्य है कि जब समाज पर संकट आता है, तो उसे केवल साहस और एकता के बल पर ही हराया जा सकता है।

    भविष्य की झलक

    इस अनोखी प्रस्तुति ने न केवल दिल्ली बल्कि देशभर की अन्य रामलीलाओं के लिए एक नया मार्ग खोला है। माना जा रहा है कि आने वाले वर्षों में तकनीक आधारित रामलीला मंचन देशभर में लोकप्रिय होगा। वर्चुअल रियलिटी, ऑगमेंटेड रियलिटी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के सहारे
    भविष्य की रामलीला और भी प्रभावशाली हो सकती है।

    रामलीला सदियों से भारतीय संस्कृति और धार्मिक परंपरा का आधार रही है। लेकिन समय के साथ इसे नए रूप में प्रस्तुत करना आवश्यक है ताकि आने वाली पीढ़ियाँ भी इससे जुड़ सकें। ‘रामलीला रीलोडेड’ और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह परंपरा को जीवित रखने के साथ-साथ तकनीक का सही इस्तेमाल करने का शानदार उदाहरण भी है।

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