




भारत में बुलेट ट्रेन परियोजना के तहत सूरत रेलवे स्टेशन का उन्नयन कार्य तेजी से चल रहा है। हाल ही में, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सूरत स्टेशन का दौरा किया और परियोजना की प्रगति का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने सूरत स्टेशन की अंदर की तस्वीरें साझा की, जो परियोजना की सफलता को दर्शाती हैं।
बुलेट ट्रेन परियोजना की प्रगति
मुंबई और अहमदाबाद के बीच चलने वाली बुलेट ट्रेन परियोजना के तहत कुल आठ स्टेशन तैयार हो चुके हैं। इन स्टेशनों में अत्याधुनिक सुविधाएँ और आधुनिक डिज़ाइन शामिल हैं, जो यात्रियों को बेहतर अनुभव प्रदान करेंगे। रेल मंत्री ने इन स्टेशनों की संरचना और सुविधाओं की सराहना की और परियोजना की गति को लेकर संतोष व्यक्त किया।
सूरत स्टेशन का उन्नयन
सूरत स्टेशन का उन्नयन कार्य भारत-जापान सहयोग से चल रहा है। इस स्टेशन में मॉड्यूलर डिज़ाइन, ऊंची छतें, स्वचालित टिकटिंग सिस्टम, वेटिंग एरिया, फूड कोर्ट, वॉशरूम सुविधाएँ, और इंटरनेट कनेक्टिविटी जैसी सुविधाएँ उपलब्ध होंगी। रेल मंत्री ने इन सुविधाओं की समीक्षा की और यात्रियों की सुविधा को प्राथमिकता देने की बात कही।
परियोजना की समयसीमा
रेल मंत्री ने बताया कि सूरत से बिलिमोरा तक बुलेट ट्रेन का पहला खंड 2027 में शुरू होगा। इसके बाद, ठाणे और मुंबई तक के खंड 2028 और 2029 में क्रमशः शुरू होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि बुलेट ट्रेन परियोजना मध्यम वर्ग के लिए किफायती होगी, जिससे अधिक लोग इसका लाभ उठा सकेंगे।
आर्थिक और सामाजिक प्रभाव
इस परियोजना से सूरत, वडोदरा, अहमदाबाद, और मुंबई जैसे प्रमुख शहरों के बीच यात्रा समय में कमी आएगी, जिससे व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। रेल मंत्री ने कहा कि इस परियोजना से आर्थिक विकास, नौकरी के अवसर, और सामाजिक जुड़ाव में वृद्धि होगी।
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना भारतीय रेलवे के इतिहास में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके माध्यम से भारत में हाई स्पीड रेल की शुरुआत होगी, जो यात्रियों को तेज़, सुरक्षित, और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव प्रदान करेगी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस दौरे से यह स्पष्ट होता है कि परियोजना की प्रगति संतोषजनक है और निर्धारित समयसीमा के भीतर इसे पूरा किया जाएगा।