




सीएल सैनी | उन्नाव | समाचार वाणी न्यूज़
उन्नाव में त्योहारों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय नजर आ रहा है। नवरात्र, दुर्गा पूजा और दशहरा जैसे प्रमुख अवसरों पर भीड़भाड़ बढ़ने और धार्मिक आयोजनों के चलते शांति व्यवस्था बनाए रखना सबसे बड़ी चुनौती होती है। इसी क्रम में शुक्रवार को उन्नाव जिले में पुलिस प्रशासन ने भारी पुलिस बल और दंगा नियंत्रण बल (Riot Control Force) के साथ भव्य फ्लैग मार्च और पैदल गश्त का आयोजन किया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य नागरिकों में सुरक्षा का भरोसा कायम करना और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहना है।
इस फ्लैग मार्च की अगुवाई पुलिस अधीक्षक जय प्रकाश सिंह ने स्वयं की। उनके साथ अपर जिलाधिकारी सुशील कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी अखिलेश सिंह और नगर क्षेत्राधिकारी दीपक यादव भी शामिल रहे। मार्च थाना कोतवाली सदर क्षेत्र से शुरू होकर बड़ा चौराहा, मुख्य बाजार, गांधी नगर तिराहा जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों से होकर गुज़रा। इस दौरान पुलिस बल ने पैदल गश्त करते हुए नागरिकों से संवाद स्थापित किया और कानून-व्यवस्था बनाए रखने का संदेश दिया।
त्योहारों के दौरान धार्मिक स्थल, बाजार और सार्वजनिक जगहों पर सबसे अधिक भीड़ रहती है। ऐसे में प्रशासन ने पहले ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर लिए हैं। फ्लैग मार्च के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि किसी भी स्थिति में कानून का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जिले के संवेदनशील इलाकों पर विशेष निगरानी रखी जाएगी और किसी भी तरह की अफवाह या गड़बड़ी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस अधिकारियों ने लोगों से अपील की कि त्योहारों को आपसी भाईचारे और सौहार्द के साथ मनाएं। किसी भी संदिग्ध गतिविधि या व्यक्ति की सूचना तुरंत पुलिस को दें। साथ ही, सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों से सावधान रहने और झूठी खबरों पर ध्यान न देने की सलाह दी गई।
त्योहारों के दौरान बाजारों में महिलाओं और बच्चों की संख्या बढ़ जाती है। इसीलिए महिला पुलिस बल को भी गश्त में शामिल किया गया है, ताकि किसी भी तरह की छेड़छाड़ या उत्पीड़न की घटनाओं को रोका जा सके। इसके अलावा, यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए ट्रैफिक पुलिस को विशेष दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
त्योहारों की रौनक तभी है जब लोग सुरक्षित महसूस करें। उन्नाव पुलिस का यह फ्लैग मार्च और पैदल गश्त इस बात का स्पष्ट संकेत है कि प्रशासन किसी भी चूक की गुंजाइश नहीं छोड़ना चाहता। आने वाले दिनों में नवरात्र, दुर्गा पूजा और दशहरा जैसे आयोजनों के दौरान जिले में सुरक्षा व्यवस्था और अधिक कड़ी कर दी जाएगी।