




राजस्थान के कोटा में दशहरा उत्सव की धूमधाम को देखते हुए इस वर्ष एक विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी की गई है। कोटा दशहरा मेले में 215 फीट ऊंचा रावण का पुतला सात घंटे में खड़ा किया गया, जो अब तक का सबसे ऊंचा रावण पुतला बनने जा रहा है। इस विशालकाय रावण पुतले की स्थापना के लिए क्रेन, जेसीबी और 100 से अधिक कुशल मजदूरों ने कड़ी मेहनत की।
इस विश्व रिकॉर्ड प्रयास में मुख्य चुनौती पुतले की ऊंचाई और स्थिरता को सुनिश्चित करना थी। विशेषज्ञों ने पुतले को मजबूत लकड़ी और हल्के धातु के ढांचे से बनाया है। इसके बाहरी हिस्से को कागज और रंगीन सजावट से तैयार किया गया, ताकि जलने के समय आकर्षक दृश्य प्रस्तुत हो।
कोटा दशहरा मेले के आयोजकों ने बताया कि इस बार पुतले को रिमोट कंट्रोल से जलाया जाएगा। यह तकनीक न केवल सुरक्षा सुनिश्चित करेगी बल्कि दर्शकों को भी अद्भुत अनुभव प्रदान करेगी। इसके लिए विशेष सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं, जिसमें भीड़ नियंत्रण, फायर ब्रिगेड और स्थानीय प्रशासन की निगरानी शामिल है।
पुतले के निर्माण में सात घंटे का समय लगा। सुबह जल्दी शुरू किए गए कार्य में मजदूरों ने क्रेन और जेसीबी की मदद से रावण के हिस्सों को क्रमबद्ध रूप से खड़ा किया। पुतले की प्रत्येक मंजिल और हथियारों की संरचना पर विशेष ध्यान दिया गया। विशेषज्ञों ने कहा कि इतनी ऊंचाई का पुतला पहले कभी नहीं बनाया गया।
दर्शकों और स्थानीय लोगों का उत्साह चरम पर है। कोटा दशहरा मेले में हर साल हजारों लोग भाग लेते हैं, लेकिन इस विशाल रावण पुतले ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है। सोशल मीडिया पर भी लोगों ने इस प्रयास की तस्वीरें और वीडियो साझा किए हैं, जो तेजी से वायरल हो रहे हैं।
पुतले को जलाने के समय कार्यक्रम को लाइव प्रसारित किया जाएगा। आयोजकों ने कहा कि इस बार जलाने की प्रक्रिया इतनी सुरक्षित और व्यवस्थित होगी कि कोई दुर्घटना नहीं होगी। रिमोट कंट्रोल प्रणाली से जलाई जाने वाली आग दर्शकों और पर्यावरण दोनों के लिए सुरक्षित मानी जा रही है।
कोटा दशहरा मेले में रावण दहन के साथ-साथ अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं। बच्चों के लिए झूले, लोक कला प्रदर्शन, और मिठाई स्टाल विशेष आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। मेले में आने वाले पर्यटक और स्थानीय लोग इस विशाल रावण पुतले को देखने के लिए उत्सुक हैं।
विशेषज्ञों ने बताया कि इस तरह के वर्ल्ड रिकॉर्ड प्रयास से न केवल राजस्थान की सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय पर्यटन और रोजगार में भी वृद्धि होगी। आयोजकों का कहना है कि भविष्य में और भी बड़े व विश्वस्तरीय प्रयास कोटा दशहरा मेले में देखने को मिल सकते हैं।
संक्षेप में कहा जाए तो कोटा दशहरा 2025 का यह आयोजन इतिहास में दर्ज होगा। सात घंटे में खड़ा किया गया 215 फीट ऊंचा रावण पुतला, रिमोट कंट्रोल से जलाया जाना और विश्व रिकॉर्ड की तैयारी इसे विशेष बनाती है। स्थानीय प्रशासन, आयोजक और समाज के सहयोग से यह उत्सव यादगार साबित होगा।