




सीएल सैनी | कानपूर | समाचार वाणी न्यूज़
एशिया कप 2025 में भारत की शानदार जीत के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव और अन्य खिलाड़ियों की वतन वापसी को देशभर में हीरो की तरह स्वागत किया जा रहा है। विशेषकर मुंबई में एयरपोर्ट से लेकर उनके घर तक हजारों क्रिकेट प्रेमियों ने तिरंगे लेकर स्वागत किया और टीम की जीत का जश्न मनाया।
एशिया कप का फाइनल मुकाबला बेहद रोमांचक रहा, जिसमें भारत ने श्रीलंका को हराकर इतिहास रचा। सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए देश को गर्व महसूस कराया। इस जीत के बाद देशभर में खिलाड़ियों के स्वागत का क्रम जारी है। मुंबई एयरपोर्ट पर फैंस ने घंटों से प्रतीक्षा की और जैसे ही खिलाड़ी विमान से उतरे, उनका जोरदार स्वागत किया।मुंबई एयरपोर्ट पर उपस्थित बच्चों, युवाओं और क्रिकेट प्रेमियों ने तिरंगे लहराते हुए “भारत माता की जय” और “सूर्यकुमार यादव जिंदाबाद” के नारे लगाए। फैंस ने हीरो की तरह खिलाड़ियों का स्वागत किया। कुछ युवा विशेष रूप से पोस्टर्स और बैनर लेकर आए थे, जिन पर “एशिया कप चैंपियन” और “हमारे कप्तान सूर्यकुमार यादव” लिखे हुए थे।एयरपोर्ट से लेकर सूर्यकुमार यादव के घर तक लोग लगातार जुलूस में शामिल होते रहे। मुंबई के विभिन्न मोहल्लों में लोग अपने घरों से निकलकर तिरंगे और झंडे लेकर गली-गली में जश्न मनाते दिखाई दिए। बच्चों ने भी छोटे-छोटे तिरंगे हाथों में लेकर खिलाड़ियों के स्वागत में भाग लिया।सूर्यकुमार यादव ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, “टीम की जीत में हर खिलाड़ी का योगदान महत्वपूर्ण था। फैंस का प्यार और समर्थन हमेशा प्रेरित करता है। यह जीत हमारे लिए बहुत खास है।” अन्य खिलाड़ियों ने भी फैंस को धन्यवाद दिया और उनकी मेहनत को सलाम किया।मुंबई में युवा और बच्चों का उत्साह देखकर यह साफ है कि क्रिकेट केवल खेल नहीं, बल्कि देश की एकता और उत्साह का प्रतीक बन चुका है। सोशल मीडिया पर भी सूर्यकुमार यादव और टीम की जीत को लेकर पोस्ट और वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं। लोग खिलाड़ियों की उपलब्धियों को लेकर गर्व महसूस कर रहे हैं।एशिया कप की इस जीत ने भारतीय क्रिकेट प्रेमियों में नई ऊर्जा भर दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में टीम आगामी टूर्नामेंट्स में भी शानदार प्रदर्शन करेगी। युवा खिलाड़ी और बच्चे उनके खेलने के अंदाज से प्रेरणा ले रहे हैं।मुंबई में सूर्यकुमार यादव और उनकी टीम का स्वागत यह संदेश देता है कि खेल सिर्फ जीतने का माध्यम नहीं, बल्कि देशवासियों के बीच भाईचारा और उत्साह का कारण भी बन सकता है। बच्चों और युवाओं के तिरंगे और नारे इस बात का प्रमाण हैं कि क्रिकेट का जादू हर उम्र के लोगों के दिलों में बसता है।