




दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेले जा रहे टेस्ट मैच का रोमांच चौथे दिन अपने चरम पर पहुंच गया। वेस्टइंडीज की दूसरी पारी 317 रन पर सिमट गई और अब भारत को मैच और सीरीज जीतने के लिए सिर्फ 121 रन की दरकार है। हालांकि यह लक्ष्य आसान लग सकता है, लेकिन आखिरी विकेट तक जूझने वाली वेस्टइंडीज टीम ने भारतीय गेंदबाजों के पसीने छुड़ा दिए।
मैच के चौथे दिन सुबह से ही भारतीय गेंदबाजों ने दबाव बनाए रखा। लेकिन वेस्टइंडीज के आखिरी विकेट ने मैच को रोचक मोड़ दे दिया। नंबर 10 और 11 बल्लेबाजों ने मिलकर करीब 45 रन की साझेदारी की, जिसने भारतीय टीम को जीत के लिए देर तक इंतजार करवाया। भारतीय गेंदबाज मोहम्मद सिराज, अक्षर पटेल और कुलदीप यादव ने मिलकर विकेट चटकाए, लेकिन आखिरी जोड़ी को तोड़ने में टीम इंडिया को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
वेस्टइंडीज के बल्लेबाज शाई होप, जिन्होंने तीसरे दिन शतक लगाया था, चौथे दिन सुबह ज्यादा देर नहीं टिक पाए और जसप्रीत बुमराह की शानदार गेंद पर बोल्ड हो गए। उनके आउट होने के बाद ऐसा लगा कि वेस्टइंडीज की पारी जल्द सिमट जाएगी, लेकिन लोअर ऑर्डर बल्लेबाजों ने हार नहीं मानी। केमार रोच और जोसेफ ने कुछ ताबड़तोड़ शॉट खेलकर स्कोर में बहुमूल्य रन जोड़े।
भारत के लिए चौथे दिन का खेल गेंदबाजों की परीक्षा बन गया। कप्तान रोहित शर्मा लगातार फील्ड सेटिंग बदलते रहे, जबकि विकेटकीपर ऋषभ पंत ने विकेट के पीछे से गेंदबाजों को लगातार प्रेरित किया। अक्षर पटेल ने अपनी शानदार स्पिन से बल्लेबाजों को कई बार परेशान किया, वहीं मोहम्मद सिराज ने रिवर्स स्विंग से विकेट झटके।
वेस्टइंडीज की पूरी टीम आखिरकार 317 रन पर आउट हो गई और भारत को जीत के लिए 121 रन का लक्ष्य मिला। इस स्कोर को चौथे दिन के अंत तक भारत ने बिना कोई विकेट खोए 25 रन बना लिए थे। रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने पारी की शुरुआत करते हुए संयम से खेला और गेंदबाजों को कोई मौका नहीं दिया।
क्रिकेट विशेषज्ञों के अनुसार, भारतीय टीम के लिए यह लक्ष्य पांचवें दिन के पहले सेशन में हासिल करना मुश्किल नहीं होगा, लेकिन टेस्ट क्रिकेट की अनिश्चितता को देखते हुए वेस्टइंडीज के गेंदबाजों को भी हल्के में नहीं लिया जा सकता। पिछले कुछ मुकाबलों में देखा गया है कि छोटे लक्ष्य का पीछा करते हुए भी टीमों पर दबाव बढ़ जाता है। इसलिए टीम इंडिया को भी सतर्क रहना होगा।
वेस्टइंडीज के लिए यह मैच सम्मान की लड़ाई बन गया है। उनकी टीम ने पहली पारी में खराब प्रदर्शन के बाद शानदार वापसी की और दूसरी पारी में लड़ाई दिखाई। शाई होप के शतक, ब्लैकवुड की जिम्मेदार पारी और लोअर ऑर्डर की जुझारू बल्लेबाजी ने यह साफ किया कि वेस्टइंडीज अब कमजोर टीम नहीं रही।
वहीं भारत के गेंदबाजों ने भी अपनी काबिलियत दिखाई। मोहम्मद सिराज ने 3 विकेट, बुमराह ने 2 और कुलदीप यादव ने 3 विकेट हासिल किए। अक्षर पटेल ने भी महत्वपूर्ण विकेट चटकाकर टीम की स्थिति मजबूत की। लेकिन आखिरी विकेट तक संघर्ष जारी रहने के कारण गेंदबाजों को कुछ निराशा भी झेलनी पड़ी।
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में टीम इंडिया के बॉलिंग कोच पारस म्हांब्रे ने कहा कि टीम को जीत पर पूरा भरोसा है, लेकिन वे किसी तरह की ढिलाई नहीं बरतेंगे। उन्होंने कहा, “टेस्ट क्रिकेट में आखिरी दिन भी परिस्थितियां बदल सकती हैं। हमारी कोशिश होगी कि हम संयम से खेलते हुए लक्ष्य हासिल करें और सीरीज जीतें।”
इस जीत के साथ भारत वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू सीरीज में अपनी वर्चस्व बनाए रखने की स्थिति में होगा। अगर टीम इंडिया यह मुकाबला जीत जाती है, तो यह उनके लिए लगातार आठवीं घरेलू टेस्ट सीरीज जीत होगी।
भारत के बल्लेबाजों से अब उम्मीद की जा रही है कि वे अंतिम दिन इस लक्ष्य को आसानी से हासिल करेंगे। रोहित शर्मा, शुभमन गिल और विराट कोहली जैसे अनुभवी बल्लेबाज इस छोटे लक्ष्य को बड़ी जीत में तब्दील करने की क्षमता रखते हैं।
फैंस के लिए यह मैच बेहद रोमांचक बन गया है। सोशल मीडिया पर “#IndvsWI” और “#TeamIndia” ट्रेंड कर रहे हैं। क्रिकेट प्रेमी उम्मीद कर रहे हैं कि भारत यह मुकाबला जीतकर सीरीज को शानदार अंदाज में खत्म करेगा।