




जियान सहानी | फाजिल्का | समाचार वाणी न्यूज़
स्वास्थ्य विभाग फाजिल्का द्वारा संचालित तीन दिवसीय पल्स पोलियो अभियान सफलतापूर्वक संपन्न हो गया है।
इस दौरान स्वास्थ्य कर्मियों ने घर-घर जाकर पाँच वर्ष तक के बच्चों को पोलियो की दो बूँदें पिलाकर रोगमुक्त भारत के लक्ष्य की दिशा में एक और अहम कदम बढ़ाया।
सिविल सर्जन डॉ. रोहित गोयल ने जानकारी दी कि अभियान के तीसरे दिन कुल 26,792 बच्चों को पोलियो रोधी बूँदें पिलाई गईं।
यह अभियान पंजाब सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार,
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. रिंकू चावला और सहायक सिविल सर्जन डॉ. अर्पित गुप्ता की देखरेख में संचालित किया गया।
डॉ. गोयल ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने लगभग शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया। उन्होंने कहा कि यह सफलता स्वास्थ्य कर्मियों, आशा वर्करों, आंगनवाड़ी वर्करों, स्वयंसेवकों और अन्य सहयोगी विभागों की मेहनत का परिणाम है।
डॉ. रिंकू चावला ने बताया कि पोलियो उन्मूलन के इस मिशन के दौरान टीमों ने विशेष रूप से
स्लम क्षेत्रों, झुग्गी-झोपड़ियों, बस्तियों, भट्टों, ढाणियों, टप्परियों, पठेरों और औद्योगिक इकाइयों में रहने वाले प्रवासी परिवारों पर ध्यान केंद्रित किया।
उन्होंने कहा —
“हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि कोई भी बच्चा पोलियो की बूँदों से वंचित न रहे। स्वास्थ्य कर्मियों ने घर-घर जाकर जन्म से पाँच वर्ष तक के बच्चों को खुराक दी।”
डॉ. अर्पित गुप्ता और डॉ. रोहित गोयल ने बताया कि इस अभियान में समाजसेवी संस्थाओं, मीडिया, स्कूलों और आम नागरिकों का सराहनीय सहयोग मिला।
उन्होंने कहा कि जनजागरूकता ही पोलियो उन्मूलन का सबसे सशक्त माध्यम है, और फाजिल्का जिले ने इस दिशा में एक मिसाल पेश की है।
इस अवसर पर मनबीर सिंह (उप मास मीडिया अधिकारी), दिवेश कुमार (खंड विस्तार शिक्षक) और श्वेता नागपाल (कंप्यूटर सहायक) भी मौजूद रहे।
फाजिल्का जिला स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों से यह अभियान न केवल सफल रहा बल्कि इसने समाज में यह संदेश भी दिया कि साझा प्रयासों से ही पोलियो जैसी बीमारियों को जड़ से खत्म किया जा सकता है।