




भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का आगाज 19 अक्टूबर से पर्थ में होने जा रहा है। दोनों टीमों के बीच होने वाली यह भिड़ंत न केवल रोमांच से भरपूर होगी, बल्कि कई खिलाड़ियों के लिए यह व्यक्तिगत उपलब्धियों का भी मौका साबित हो सकती है। इस दौरे में टीम इंडिया के तीन ऐसे बल्लेबाज हैं, जो अब तक ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर वनडे क्रिकेट में शतक नहीं जड़ पाए हैं। इनमें से एक बल्लेबाज के पास इस बार अपनी किस्मत बदलने और यह रिकॉर्ड अपने नाम करने का सुनहरा अवसर है।
भारतीय क्रिकेट टीम इस समय मजबूत फॉर्म में है और कप्तान रोहित शर्मा तथा विराट कोहली की वापसी ने टीम को और मजबूती दी है। इन दोनों दिग्गजों के साथ ही एक और बल्लेबाज हैं जो ऑस्ट्रेलिया में बड़ी पारी खेलने के लिए बेताब हैं। यह सीरीज सिर्फ टीम की जीत के लिए नहीं, बल्कि व्यक्तिगत गौरव के लिए भी खास मायने रखती है।
ऑस्ट्रेलिया की तेज और उछाल भरी पिचें हमेशा से ही बल्लेबाजों के लिए चुनौतीपूर्ण रही हैं। हालांकि भारतीय बल्लेबाजों ने पिछले कुछ वर्षों में इन परिस्थितियों में अपनी बल्लेबाजी से सभी को प्रभावित किया है, फिर भी शतक का वह मीठा स्वाद कुछ दिग्गजों के बल्ले से अब तक दूर रहा है।
विराट कोहली का नाम जब भी भारतीय क्रिकेट में आता है, तो रनों की बारिश का ख्याल अपने आप आता है। लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि दुनिया के इस सबसे सफल वनडे बल्लेबाज ने अब तक ऑस्ट्रेलिया में कोई शतक नहीं लगाया है। कोहली ने कंगारू सरजमीं पर कई अर्धशतक जरूर बनाए हैं, पर तीन अंकों का आंकड़ा उनके लिए अभी भी अधूरा सपना बना हुआ है। इस बार जब वे पर्थ में उतरेंगे, तो उनके पास इतिहास बदलने का शानदार मौका होगा। हालिया फॉर्म को देखते हुए फैंस को उम्मीद है कि विराट इस बार वह अधूरा काम पूरा कर सकते हैं।
रोहित शर्मा, जिन्हें ‘हिटमैन’ के नाम से जाना जाता है, उन्होंने विश्व क्रिकेट में कई बार दोहरा शतक लगाकर अपनी ताकत का परिचय दिया है। लेकिन हैरानी की बात यह है कि उन्होंने भी ऑस्ट्रेलियाई धरती पर वनडे फॉर्मेट में शतक नहीं लगाया है। रोहित का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया में अच्छा रहा है, लेकिन तीन अंकों तक पहुंचने से वे हमेशा कुछ कदम दूर रह गए हैं। इस बार जब वे टीम की कप्तानी करते हुए उतरेंगे, तो उनके लिए यह सिर्फ रन बनाने का नहीं बल्कि मनचाही उपलब्धि हासिल करने का भी अवसर होगा।
तीसरे बल्लेबाज की बात करें तो श्रेयस अय्यर का नाम सबसे आगे आता है। 2019 में अपना वनडे डेब्यू करने वाले श्रेयस ने घरेलू और विदेशी दोनों ही मैदानों पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया में उन्हें अब तक ज्यादा मौके नहीं मिले। इस बार चयनकर्ताओं ने उन्हें शीर्ष क्रम में मौका देने का निर्णय लिया है, जो उनके लिए करियर का टर्निंग पॉइंट साबित हो सकता है। अगर वे ऑस्ट्रेलिया की पेस अटैक के खिलाफ टिककर खेलते हैं, तो शतक उनके बल्ले से निकलना तय है।
भारतीय टीम मैनेजमेंट का मानना है कि यह सीरीज युवा और अनुभवी खिलाड़ियों के संयोजन से जीतने की पूरी क्षमता रखती है। कोच राहुल द्रविड़ ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में रन बनाना हमेशा आत्मविश्वास और तकनीकी कौशल की परीक्षा होती है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस बार बल्लेबाज न सिर्फ रन बनाएंगे बल्कि शतक जड़कर रिकॉर्ड बुक में नया अध्याय भी जोड़ेंगे।
क्रिकेट विश्लेषक भी मानते हैं कि भारतीय बल्लेबाजों के पास इस बार अपनी पुरानी कमियों को मिटाने का मौका है। पिछले दौरे में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज जीती थी, और अब वनडे सीरीज में भी टीम उसी जोश के साथ उतरने वाली है।
फैंस की निगाहें कोहली और रोहित पर टिकी होंगी, लेकिन साथ ही युवा खिलाड़ियों से भी बड़े प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है। टीम की बल्लेबाजी क्रम में गहराई है और यह सीरीज खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को और मजबूत करने का काम करेगी।
पर्थ में होने वाले पहले मुकाबले के बाद दोनों टीमों के बीच दूसरा मैच सिडनी और तीसरा मेलबर्न में खेला जाएगा। ऑस्ट्रेलिया ने भी इस सीरीज के लिए अपनी मजबूत टीम उतारी है, जिसमें स्टार्क, हेजलवुड और पैट कमिंस जैसे गेंदबाज शामिल हैं। ऐसे में भारतीय बल्लेबाजों के लिए रन बनाना आसान नहीं होगा, लेकिन यही चुनौती उन्हें और निखार सकती है।