




अलीगढ़ में शुक्रवार को शिक्षा और सुरक्षा दोनों के लिहाज से महत्वपूर्ण संदेश दिया गया। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राजा महेंद्र प्रताप विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में छात्राओं और उनके अभिभावकों को आगाह किया। उन्होंने कहा, “सावधान रहें, ये आपकी जिंदगी बर्बाद कर सकते हैं।” इस बयान के माध्यम से उन्होंने पॉक्सो और बच्चों व युवाओं पर बढ़ते अपराधों पर चिंता जताई और सुरक्षा के प्रति सतर्क रहने की हिदायत दी।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अपने संबोधन में बताया कि देश में अपराधों की प्रवृत्ति बदल रही है, खासकर बेटियों के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि छात्राओं को हमेशा सतर्क रहना चाहिए और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या परिस्थिति से दूर रहना चाहिए। उनके अनुसार, सुरक्षा की प्राथमिकता केवल परिवार या पुलिस पर छोड़ने की बात नहीं है, बल्कि स्वयं सतर्क रहना और सावधानी बरतना भी बेहद जरूरी है।
आनंदीबेन पटेल ने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार और प्रशासन लगातार प्रयासरत हैं, लेकिन सामाजिक जागरूकता और पारिवारिक मार्गदर्शन के बिना लड़कियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना मुश्किल है। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वे अपनी बेटियों के साथ नियमित संवाद रखें और उन्हें इस तरह के खतरों से सतर्क रहने की शिक्षा दें।
राज्यपाल ने दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को जीवन में चुनौतियों का सामना करने और समाज में अपनी जिम्मेदारी समझने के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ सुरक्षा और जागरूकता भी जीवन में सफलता और सुरक्षित भविष्य के लिए आवश्यक है। उनके अनुसार, छात्राओं को अपने अधिकारों और कानूनी सुरक्षा के उपायों से भी अवगत होना चाहिए।
विशेषज्ञों का मानना है कि राज्यपाल का यह बयान समय पर और प्रासंगिक है। यूपी में पॉक्सो और बालिकाओं के खिलाफ अपराध लगातार बढ़ रहे हैं, और इसे रोकने के लिए शिक्षा, जागरूकता और प्रशासनिक सहयोग सभी का योगदान जरूरी है। आनंदीबेन पटेल के इस संदेश से न केवल छात्राओं में सतर्कता बढ़ेगी बल्कि अभिभावकों और समाज में भी जागरूकता आएगी।
सामाजिक कार्यकर्ताओं और महिलाओं के अधिकारों के संरक्षण करने वाले संगठनों ने राज्यपाल के बयान का समर्थन किया। उनका कहना है कि यह आवश्यक है कि युवाओं को इस तरह के खतरों के प्रति संवेदनशील बनाया जाए और उन्हें समय पर चेतावनी दी जाए ताकि वे किसी भी जोखिमपूर्ण परिस्थिति में सही निर्णय ले सकें।
दीक्षांत समारोह में उपस्थित छात्राओं ने भी राज्यपाल के संदेश को गंभीरता से लिया। कई छात्राओं ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्हें अपने आसपास के वातावरण और व्यक्तियों के प्रति सतर्क रहने की सीख मिली। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के संदेश युवाओं को सुरक्षा के प्रति जागरूक करने में मदद करते हैं।
राज्यपाल ने अपने संबोधन में यह भी सुझाव दिया कि शैक्षणिक संस्थानों में सुरक्षा उपाय और जागरूकता अभियान नियमित रूप से चलाने चाहिए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को न केवल शिक्षा बल्कि विद्यार्थियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में भी सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस प्रकार के बयान समाज में एक सकारात्मक संदेश देते हैं। छात्राओं और उनके अभिभावकों को सतर्क करने के साथ-साथ यह प्रशासन और पुलिस के प्रयासों को भी मजबूत बनाता है। शिक्षा के साथ सुरक्षा और जागरूकता पर जोर देने से अपराधों की रोकथाम में मदद मिल सकती है।
कुल मिलाकर, अलीगढ़ के राजा महेंद्र प्रताप विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का संदेश न केवल शिक्षा में सफलता के महत्व को रेखांकित करता है, बल्कि युवाओं, विशेषकर छात्राओं, में सुरक्षा और सतर्कता की आवश्यकता को भी उजागर करता है। यह स्पष्ट करता है कि समाज, परिवार और प्रशासन मिलकर ही बच्चों और युवाओं की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं।