




भारतीय शेयर बाजार ने गुरुवार को जोरदार शुरुआत की। वैश्विक बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में संभावित कटौती की उम्मीदों के चलते निवेशकों में उत्साह देखा गया। बीएसई सेंसेक्स सुबह के कारोबार में 83,013.10 के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया, जबकि एनएसई निफ्टी ने 25,427.55 का आंकड़ा पार कर लिया।
यह तेजी कई क्षेत्रों में देखी गई और व्यापक तौर पर बाजार में सकारात्मक भाव बना रहा।
वैश्विक स्तर पर भी बाजारों में रौनक देखी गई। अमेरिका, यूरोप और एशिया के प्रमुख बाजारों में तेजी रही, जिससे भारतीय बाजारों को भी सहारा मिला। अमेरिका में महंगाई दर में थोड़ी नरमी और फेडरल रिजर्व द्वारा दरों में कटौती की संभावनाओं ने निवेशकों का भरोसा बढ़ाया।
विशेषज्ञों के अनुसार, अमेरिकी फेड के नरम रुख की अटकलें शेयर बाजारों के लिए सकारात्मक संकेत हैं। इससे विदेशी निवेशकों का भारत जैसे उभरते बाजारों में रुझान बढ़ा है।
शुरुआती कारोबार में बैंकिंग, ऑटोमोबाइल, आईटी और फार्मा सेक्टर के स्टॉक्स में अच्छी तेजी देखी गई। इनमें निम्नलिखित प्रमुख कंपनियों के शेयरों में बढ़त देखी गई:
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HDFC Bank, ICICI Bank, Axis Bank
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Tata Motors, Maruti Suzuki, Mahindra & Mahindra
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Infosys, TCS, Wipro
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Sun Pharma, Dr. Reddy’s Labs
बाजार विश्लेषकों का मानना है कि मजबूत तिमाही नतीजों की उम्मीद और वैश्विक संकेतों के चलते निवेशकों में सकारात्मक भावना बनी हुई है।
शेयर बाजार विशेषज्ञ अजय गोयल ने कहा:
“सेंसेक्स और निफ्टी की मौजूदा तेजी यह दर्शाती है कि निवेशक जोखिम लेने को तैयार हैं, खासकर तब जब वैश्विक वातावरण कुछ हद तक स्थिर दिखाई दे रहा है।”
वहीं, कुछ विश्लेषकों ने यह भी चेताया कि यह तेजी टिकाऊ तभी होगी जब कंपनियों के नतीजे मजबूत आएं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोई अप्रत्याशित झटका न लगे।
FIIs (Foreign Institutional Investors) यानी विदेशी संस्थागत निवेशकों की वापसी ने भी बाजार को मजबूती दी है। बीते कुछ दिनों में FII द्वारा की गई भारी खरीदारी बाजार के लिए बड़ा सकारात्मक संकेत रही है।
इसके अलावा घरेलू निवेशकों का रुझान भी शेयरों की ओर रहा, खासकर मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स में।
भले ही बाजार में तेजी दिख रही हो, लेकिन कुछ जोखिम भी बने हुए हैं:
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अमेरिका या चीन से कोई नकारात्मक आर्थिक आंकड़ा
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अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी
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फेडरल रिजर्व की नीति में अचानक बदलाव
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घरेलू मोर्चे पर औद्योगिक उत्पादन या उपभोक्ता मांग में गिरावट
इसलिए निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे जल्दबाज़ी में न आएं और सोच-समझकर निवेश करें।
बाजार जानकारों का कहना है कि अगर यह रुझान बरकरार रहता है, तो निफ्टी 25,600 तक जा सकता है, जबकि सेंसेक्स 83,500 का स्तर भी छू सकता है। हालांकि निवेशकों को कंपनियों के तिमाही नतीजों और वैश्विक घटनाक्रमों पर नज़र बनाए रखनी चाहिए।
आज का दिन भारतीय शेयर बाजार के लिए बेहद उत्साहजनक रहा। वैश्विक बाजारों से सकारात्मक संकेत, विदेशी निवेश की वापसी और घरेलू कंपनियों की संभावित मजबूती ने मिलकर बाजार को रफ्तार दी है।