




महिला विश्व कप 2025 में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने एक बार फिर अपनी दबदबे वाली क्रिकेट का शानदार प्रदर्शन करते हुए सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है। टूर्नामेंट के 17वें मैच में ऑस्ट्रेलिया ने बांग्लादेश को 10 विकेट से हराकर एकतरफा जीत दर्ज की। इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया की स्टार ओपनर एलिसा हीली (Alyssa Healy) ने तूफानी बल्लेबाजी करते हुए शानदार शतक (नाबाद 112 रन) बनाया और अपनी टीम को बिना किसी विकेट नुकसान के जीत दिलाई।
टूर्नामेंट में अब तक ऑस्ट्रेलिया का प्रदर्शन बेहद प्रभावशाली रहा है, लेकिन इस मुकाबले ने साबित कर दिया कि टीम इस बार खिताब जीतने के इरादे से मैदान में उतरी है। बांग्लादेश के खिलाफ मुकाबले में हीली और उनकी साथी बल्लेबाज बेथ मूनी ने शुरुआत से ही आक्रामक अंदाज दिखाया। दोनों ने मात्र 28 ओवरों में ही लक्ष्य हासिल कर लिया।
मैच की शुरुआत में बांग्लादेश ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया, लेकिन ऑस्ट्रेलिया की शानदार गेंदबाजी के सामने उनकी पूरी टीम 169 रन पर सिमट गई। बांग्लादेश की ओर से कप्तान निगार सुल्ताना ने 42 रनों की पारी खेली, लेकिन उन्हें कोई दूसरा बल्लेबाज सहयोग नहीं दे पाया। ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजों में मेगन शट और जेस जोनासन ने शानदार प्रदर्शन किया। शट ने अपने 8 ओवर में मात्र 19 रन देकर 3 विकेट झटके, जबकि जोनासन ने 2 विकेट अपने नाम किए।
169 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलियाई ओपनरों ने मैच को एकतरफा बना दिया। एलिसा हीली ने शुरू से ही शानदार टाइमिंग और क्लासिक स्ट्रोक प्ले का प्रदर्शन किया। उन्होंने केवल 89 गेंदों में अपना शतक पूरा किया और अंत तक नाबाद रहीं। उनकी पारी में 15 चौके और 3 छक्के शामिल थे। हीली की बल्लेबाजी इतनी आत्मविश्वास भरी थी कि उन्होंने बांग्लादेशी गेंदबाजों को पूरी तरह बेअसर कर दिया।
हीली के साथ ओपनिंग कर रहीं बेथ मूनी ने भी शानदार समर्थन दिया। उन्होंने 68 गेंदों में नाबाद 55 रन बनाए और दोनों बल्लेबाजों ने मिलकर 170 रनों की अटूट साझेदारी कर टीम को सेमीफाइनल में पहुंचा दिया। इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने टूर्नामेंट में अब तक अपना अपराजेय क्रम बरकरार रखा है।
एलिसा हीली को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए “प्लेयर ऑफ द मैच” चुना गया। मैच के बाद हीली ने कहा, “हम जानते थे कि बांग्लादेश की टीम फाइट करेगी, इसलिए हमें शुरुआत से ही सकारात्मक रहना था। मुझे खुशी है कि मैं टीम के लिए योगदान दे पाई। सेमीफाइनल में पहुंचना शानदार है, लेकिन हमारा लक्ष्य खिताब जीतना है।”
ऑस्ट्रेलिया की यह जीत कई मायनों में खास रही। एक तो यह टीम लगातार पांचवीं बार विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंची है, और दूसरा यह कि टीम ने अपने बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों विभागों में पूरी तरह से संतुलित प्रदर्शन दिखाया। कप्तान मेग लैनिंग (जो इस मैच में नहीं खेलीं) ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि “टीम की गहराई और अनुभव ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है। एलिसा हीली जैसी खिलाड़ी किसी भी मैच का रुख पलट सकती हैं, और उन्होंने आज यह साबित भी किया।”
इस जीत के बाद ऑस्ट्रेलिया ने अंक तालिका में शीर्ष स्थान हासिल कर लिया है। टीम के अब कुल 12 अंक हो गए हैं और उनका नेट रन रेट भी टूर्नामेंट में सबसे बेहतर है। वहीं, बांग्लादेश की टीम को इस हार से सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर होना पड़ा।
क्रिकेट विशेषज्ञों ने एलिसा हीली की इस पारी की तुलना उनके पिछले विश्व कप प्रदर्शनों से की है। 2022 विश्व कप फाइनल में भी उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ शतक जड़ा था, और अब 2025 में फिर से उनका बल्ला धमाका कर रहा है। उनकी निरंतरता और बड़े मौकों पर प्रदर्शन करने की क्षमता ने उन्हें महिला क्रिकेट की सबसे भरोसेमंद ओपनर बना दिया है।
सोशल मीडिया पर भी हीली की इस पारी की खूब चर्चा हो रही है। प्रशंसकों ने उन्हें “रन मशीन” और “ऑस्ट्रेलिया की विराट कोहली” तक कहा। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के आधिकारिक अकाउंट ने ट्वीट किया, “एलिसा हीली – क्लास, कॉन्फिडेंस और करेज का दूसरा नाम!”
महिला विश्व कप 2025 में ऑस्ट्रेलिया की टीम अब एक बार फिर फाइनल की दावेदार मानी जा रही है। उनकी बल्लेबाजी क्रम, गेंदबाजी की गहराई और फील्डिंग स्टैंडर्ड सभी अन्य टीमों के मुकाबले कई गुना बेहतर दिख रहे हैं। हीली, मूनी, पेरी, और गार्डनर जैसी खिलाड़ियों के साथ यह टीम हर मैच में जीत की लय बनाए हुए है।
बांग्लादेश के खिलाफ इस जीत ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि ऑस्ट्रेलिया का महिला क्रिकेट में दबदबा बरकरार है। एलिसा हीली ने अपनी बल्लेबाजी से यह साबित कर दिया कि क्यों उन्हें दुनिया की सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर-बल्लेबाजों में गिना जाता है।
महिला विश्व कप 2025 के इस 17वें मैच ने न केवल ऑस्ट्रेलिया की सेमीफाइनल की राह आसान की है, बल्कि यह मैच महिला क्रिकेट के इतिहास में एक और यादगार पारी के रूप में दर्ज हो गया है। एलिसा हीली की यह तूफानी सेंचुरी आने वाले मुकाबलों में भी उनके आत्मविश्वास को और ऊंचाइयों तक ले जाएगी — और शायद, एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया को विश्व चैंपियन बना दे।