




भारतीय घरेलू क्रिकेट की सबसे प्रतिष्ठित प्रतियोगिता रणजी ट्रॉफी 2025-26 में इस सीजन की शुरुआत दो नए सितारों की चमक के साथ हुई है। दिल्ली के युवा बल्लेबाज आयुष दोसेजा और गोवा के प्रतिभाशाली खिलाड़ी अभिनव तेजराणा ने अपने-अपने डेब्यू मैच में दोहरा शतक जड़कर भारतीय क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी है। दोनों खिलाड़ियों की बल्लेबाजी ने न केवल अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया बल्कि घरेलू क्रिकेट में नई ऊर्जा का संचार भी किया है।
दिल्ली की टीम ने हैदराबाद के खिलाफ मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए मजबूत शुरुआत की। 21 वर्षीय आयुष दोसेजा, जिन्होंने अपने करियर का पहला रणजी मैच खेला, ने अपने शांत स्वभाव और क्लासिक बल्लेबाजी से सबका ध्यान खींच लिया। उन्होंने पहले दिन संभलकर खेलते हुए अपनी पारी को लंबा किया और दूसरे दिन शानदार दोहरा शतक पूरा किया। उन्होंने कुल 216 रन बनाए, जिसमें 27 चौके और 3 छक्के शामिल थे। आयुष ने मैदान के चारों ओर शॉट्स लगाए और हैदराबाद के अनुभवी गेंदबाजों को बार-बार निशाना बनाया।
दिल्ली के कोच और चयनकर्ताओं ने उनकी इस पारी को भविष्य की बड़ी संभावना के रूप में देखा है। टीम के कप्तान ने भी मैच के बाद कहा कि “आयुष का यह प्रदर्शन टीम के लिए प्रेरणादायक है। यह केवल एक शुरुआत है, और उनका तकनीकी कौशल बताता है कि आने वाले वर्षों में वह भारतीय क्रिकेट में बड़ा नाम बन सकते हैं।”
वहीं, गोवा की टीम की ओर से खेल रहे अभिनव तेजराणा ने महाराष्ट्र के खिलाफ अपने डेब्यू मैच में धमाकेदार प्रदर्शन किया। बाएं हाथ के इस युवा बल्लेबाज ने अपनी पहली पारी में 205 रन ठोक डाले। उन्होंने मैदान के हर हिस्से में गेंद को पहुंचाया और विपक्षी गेंदबाजों को थका दिया। अभिनव ने अपनी पारी के दौरान शानदार संयम दिखाया और 360 गेंदों का सामना करते हुए यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। उनकी यह पारी रणजी इतिहास में डेब्यू पर सबसे बड़े स्कोरों में से एक बन गई है।
गोवा क्रिकेट बोर्ड ने अभिनव के इस प्रदर्शन को राज्य क्रिकेट के इतिहास में “गोल्डन मोमेंट” बताया है। टीम के मैनेजर ने कहा कि “अभिनव ने जिस तरह का धैर्य और शॉट सेलेक्शन दिखाया, वह अनुभवी खिलाड़ियों की याद दिलाता है। यह केवल उनके लिए नहीं, बल्कि गोवा क्रिकेट के लिए एक ऐतिहासिक दिन है।”
इन दोनों खिलाड़ियों के प्रदर्शन ने भारतीय क्रिकेट के चयनकर्ताओं का भी ध्यान अपनी ओर खींचा है। रणजी ट्रॉफी को अक्सर भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट के दरवाजे खोलने वाला मंच माना जाता है, और आयुष दोसेजा तथा अभिनव तेजराणा की पारियां इसी दिशा में पहला बड़ा कदम साबित हो सकती हैं।
रणजी ट्रॉफी 2025-26 का यह सीजन वैसे भी युवाओं के लिए उम्मीदों से भरा है। कई नए खिलाड़ी पहली बार अपने राज्य की टीमों के लिए मैदान पर उतरे हैं, लेकिन जिस आत्मविश्वास और तकनीकी कुशलता के साथ आयुष और अभिनव ने खेल दिखाया, उसने अनुभवी क्रिकेटरों को भी प्रभावित किया है।
मैच के बाद दिल्ली टीम के ड्रेसिंग रूम में उत्साह का माहौल देखने को मिला। आयुष दोसेजा को “मैन ऑफ द मैच” का पुरस्कार दिया गया। वहीं, गोवा की टीम ने अभिनव तेजराणा को “राइजिंग स्टार ऑफ द सीजन” का टाइटल दिया। सोशल मीडिया पर भी दोनों खिलाड़ियों की खूब चर्चा हो रही है। क्रिकेट प्रशंसकों और पूर्व खिलाड़ियों ने उनकी तकनीक और मानसिक मजबूती की तारीफ की है।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर वसीम जाफर ने सोशल मीडिया पर लिखा, “रणजी क्रिकेट का भविष्य सुरक्षित हाथों में है। आयुष दोसेजा और अभिनव तेजराणा जैसे युवा खिलाड़ी यह दिखा रहे हैं कि घरेलू क्रिकेट अभी भी असली प्रतिभाओं को जन्म दे रहा है।” वहीं, इरफान पठान ने दोनों खिलाड़ियों को बधाई देते हुए लिखा, “दोहरा शतक डेब्यू पर लगाना कोई छोटी बात नहीं है। यह मानसिक मजबूती और लगन का नतीजा है।”
क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि अगर ये दोनों खिलाड़ी इसी तरह निरंतरता बनाए रखते हैं, तो आने वाले दो-तीन सालों में इंडिया ए या आईपीएल टीमों के लिए उनके दरवाजे खुल सकते हैं। रणजी ट्रॉफी का यह सीजन उनके करियर का टर्निंग पॉइंट साबित हो सकता है।
जहां एक ओर भारतीय क्रिकेट टीम लगातार नए टैलेंट की तलाश में है, वहीं आयुष दोसेजा और अभिनव तेजराणा की पारियां एक संकेत हैं कि देश के घरेलू सर्किट में अभी भी प्रतिभा की कोई कमी नहीं है।
दिल्ली और गोवा के इन दो युवा बल्लेबाजों ने अपने बल्ले से यह साबित कर दिया कि क्रिकेट केवल अनुभव नहीं, बल्कि जुनून और धैर्य का खेल भी है। उन्होंने यह संदेश दिया है कि अगर अवसर मिले और मेहनत की जाए, तो कोई भी खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट के बड़े मंच तक पहुंच सकता है।
रणजी ट्रॉफी 2025-26 का यह शुरुआती सप्ताह न केवल रिकॉर्ड बुक्स में दर्ज हो गया है, बल्कि भारतीय क्रिकेट के लिए नई उम्मीदों की किरण भी लेकर आया है — और इन उम्मीदों के केंद्र में हैं आयुष दोसेजा और अभिनव तेजराणा।