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भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु बुधवार सुबह अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पहुंचीं और उन्होंने Rafale फाइटर जेट में सॉर्टी भरी। यह एक ऐतिहासिक और साहसिक कदम माना जा रहा है, क्योंकि राष्ट्रपति का विमान में उड़ान भरना भारतीय वायुसेना की ताकत और आधुनिक क्षमताओं को प्रदर्शित करने वाला प्रतीक बन गया है।
राष्ट्रपति मुर्मु की यह उड़ान न केवल सुरक्षा और साहस का संदेश देती है, बल्कि यह युवाओं और आम नागरिकों के लिए प्रेरक भी है। इस मौके पर वायुसेना प्रमुख और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
Rafale जेट भारतीय वायुसेना की प्रमुख लड़ाकू विमान प्रणाली है। इसे मल्टी-रोल क्षमता, अत्याधुनिक हथियार प्रणाली और उच्च गति की वजह से जाना जाता है। राष्ट्रपति मुर्मु ने उड़ान के बाद कहा कि यह अनुभव उनके लिए अत्यंत रोमांचक और यादगार रहा। उन्होंने Rafale के उन्नत तकनीकी पहलुओं को करीब से अनुभव करने पर खुशी व्यक्त की।
विशेषज्ञों के अनुसार, इस सॉर्टी ने भारतीय वायुसेना की तत्परता और रणनीतिक क्षमताओं को सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित किया।
Rafale जेट का उल्लेख हाल ही में भारत द्वारा Operation Sindoor में किया गया। यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को घाटी के Pahalgam में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में शुरू किया गया था। इस ऑपरेशन में Rafale विमानों ने अपनी मल्टी-रोल क्षमताओं का प्रदर्शन किया और आतंकवादियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की।
राष्ट्रपति मुर्मु की यह सॉर्टी Operation Sindoor के महत्व को भी रेखांकित करती है और वायुसेना के जवानों के समर्पण को सम्मान देती है।
राष्ट्रपति ने युवाओं और आम नागरिकों को संदेश दिया कि वे विज्ञान, प्रौद्योगिकी और रक्षा क्षेत्रों में करियर बनाने के लिए प्रेरित रहें। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की उड़ानें युवाओं के लिए साहस और देशभक्ति की भावना को जगाती हैं।
उन्होंने Rafale विमान की विशेषताओं और इसकी आधुनिक तकनीक पर भी प्रकाश डाला। उनका कहना था कि यह विमान न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करता है, बल्कि भारतीय वायुसेना की वैश्विक ताकत को भी बढ़ाता है।
अंबाला एयरफोर्स स्टेशन भारतीय वायुसेना का प्रमुख हवाई अड्डा है और रणनीतिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है। यहाँ से विभिन्न प्रकार के लड़ाकू और परिवहन विमान संचालन करते हैं। राष्ट्रपति की Rafale सॉर्टी ने अंबाला एयरबेस की महत्वाकांक्षा और उसकी आधुनिक क्षमता को उजागर किया।
वायुसेना अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रपति की यह उड़ान जवानों के मनोबल को भी बढ़ाने वाला कदम है। यह न केवल प्रतीकात्मक है, बल्कि भारतीय रक्षा प्रणाली में महिलाओं की भागीदारी और नेतृत्व को भी दर्शाती है।
राष्ट्रपति की Rafale सॉर्टी की खबर आने के बाद मीडिया और जनता में उत्साह का माहौल बन गया। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लोग राष्ट्रपति के साहस और प्रेरक कदम की सराहना कर रहे हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम भारतीय वायुसेना की क्षमताओं, आधुनिक हथियार प्रणालियों और सुरक्षा रणनीतियों के प्रति जनता की जागरूकता बढ़ाने में सहायक होगा।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु की Rafale लड़ाकू विमान में सॉर्टी न केवल एक ऐतिहासिक पल है, बल्कि यह भारतीय वायुसेना की ताकत और देश की रक्षा क्षमता का प्रतीक भी है। यह कदम साहस, तकनीकी दक्षता और राष्ट्र के प्रति प्रतिबद्धता का प्रदर्शन करता है।
अंबाला एयरफोर्स स्टेशन में यह उड़ान युवाओं और नागरिकों के लिए प्रेरक बन गई है और भारतीय रक्षा क्षेत्र में राष्ट्रपति की सक्रिय भागीदारी और समर्थन को प्रदर्शित करती है।








