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गुवाहाटी में भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए इस साल नवंबर में एक खास मौका आने वाला है। भारत और साउथ अफ्रीका के बीच 22 नवंबर से गुवाहाटी के ईडन गार्डन्स या ब्रेबोर्न स्टेडियम जैसी प्रमुख जगहों पर टेस्ट मैच खेला जाएगा। इस टेस्ट मैच में केवल मैदान पर ही नहीं, बल्कि खिलाड़ियों की दिनचर्या में भी एक नई परंपरा देखने को मिलेगी।
खबर है कि इस टेस्ट मैच में दोनों टीमों के खिलाड़ियों को लंच से पहले चाय (Tea Break) पीने का नया रिवाज अपनाना होगा। यह क्रिकेट के पारंपरिक समय-सारणी में बदलाव का संकेत है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह निर्णय खिलाड़ियों की फिटनेस, मनोबल और खेल की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए लिया गया है।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) और साउथ अफ्रीकी क्रिकेट एसोसिएशन ने इस नए नियम पर सहमति जताई है। खिलाड़ियों के लिए लंच से पहले चाय का ब्रेक लगाने का मकसद है कि उन्हें अल्पाहार और तरल पदार्थ का संतुलन बना रहे, जिससे मैच के बीच उनकी ऊर्जा और एकाग्रता बनाए रखी जा सके।
क्रिकेट विशेषज्ञ बताते हैं कि लंबे टेस्ट मैचों में खिलाड़ियों की ऊर्जा और एकाग्रता बनाए रखना चुनौतीपूर्ण होता है। अक्सर खिलाड़ी दोपहर तक थकावट महसूस करते हैं। इस नई परंपरा के जरिए, खिलाड़ियों को लंच तक छोटा ब्रेक लेकर कुछ गर्म पेय पदार्थ और हल्का स्नैक लेने का अवसर मिलेगा, जो खेल पर सकारात्मक असर डाल सकता है।
गुवाहाटी में यह पहल पहली बार हो रही है और इसे भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट जगत में भी देखा जा रहा है। विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर यह सफल रही, तो भविष्य में इसे अन्य टेस्ट मैचों में भी लागू किया जा सकता है।
इसके अलावा, दोनों टीमों के कप्तानों ने कहा कि यह बदलाव खिलाड़ियों के मानसिक स्वास्थ्य और मैच की रणनीति के लिए लाभकारी साबित होगा। चाय ब्रेक के दौरान कोचिंग स्टाफ खिलाड़ियों को स्ट्रेटेजी और टिप्स देने का अवसर भी मिलेगा। इससे मैदान पर तेज निर्णय लेने की क्षमता बढ़ सकती है।
गुवाहाटी के स्टेडियम प्रबंधन ने भी इस नई परंपरा के लिए तैयारियों की शुरुआत कर दी है। विशेष टेबल और चाय सर्विंग व्यवस्था की योजना बनाई गई है, ताकि खिलाड़ी आराम से ब्रेक ले सकें और अगले सत्र के लिए खुद को तैयार कर सकें।
इस टेस्ट मैच के लिए भारतीय टीम की तैयारी भी जोरों पर है। कप्तान रोहित शर्मा और उपकप्तान रिषभ पंत ने खिलाड़ियों को फिटनेस और मानसिक तैयारी पर जोर देने के लिए ट्रेनिंग सत्र बढ़ाए हैं। वहीं साउथ अफ्रीकी टीम के कप्तान रासी वैन डेर डूसन ने भी कहा कि उनका पूरा फोकस गुवाहाटी की परिस्थितियों में मैच जीतने पर है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस छोटे-से बदलाव से मैच की प्रतिस्पर्धात्मकता और खेल का स्तर दोनों बढ़ सकते हैं। खिलाड़ियों को लंबे टेस्ट सत्र में समय-समय पर तरल पदार्थ और हल्का स्नैक लेने से थकावट कम महसूस होगी और खेल में गुणवत्ता बढ़ेगी।








