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तेलंगाना के एक कॉलेज हॉस्टल में डिनर करने के बाद 50 से अधिक छात्र बीमार पड़ गए और उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना से पूरे हॉस्टल में हड़कंप मच गया। प्रारंभिक जांच में फूड पॉयजनिंग की आशंका जताई जा रही है।
स्थानीय प्रशासन और हॉस्टल प्रबंधन के अनुसार, बीमार हुए छात्रों में पेट दर्द, उल्टी और दस्त जैसी समस्याएं देखने को मिली। उन्हें तुंरत डॉक्टरों द्वारा प्राथमिक उपचार दिया गया और गंभीर स्थिति वाले छात्रों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
हॉस्टल प्रबंधन के एक अधिकारी ने बताया कि घटना उस समय हुई जब छात्र हॉस्टल में डिनर कर रहे थे। सभी छात्रों ने एक ही भोजन का सेवन किया था, जिसके बाद अचानक बड़ी संख्या में छात्रों की तबियत खराब हो गई। यह संकेत फूड पॉयजनिंग की संभावना की ओर इशारा कर रहा है।
स्थानीय स्वास्थ्य विभाग ने भी इस मामले में तुरंत संपर्क में आकर स्थिति का जायजा लिया। विभाग ने हॉस्टल में उपयोग होने वाले भोजन सामग्री के सैंपल लेकर लैब में परीक्षण के लिए भेज दिए हैं। वहीं डॉक्टरों का कहना है कि जल्दी कार्रवाई करने से छात्रों की स्थिति स्थिर हो गई है और किसी की जान को खतरा नहीं है।
छात्रों के परिजन भी हॉस्टल पहुंचे और प्रशासन से जानकारी ली। कई छात्रों ने बताया कि उन्हें खाना खाने के तुरंत बाद उल्टी और पेट दर्द शुरू हो गया। इस घटना ने हॉस्टल में खाने की सुरक्षा और स्वास्थ्य मानकों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
फूड पॉयजनिंग की आशंका के कारण प्रशासन ने हॉस्टल के रसोईघर और खाने की सामग्री की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि यदि किसी तरह की लापरवाही पाई गई, तो जिम्मेदारों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना के बाद छात्रों में डर और चिंता का माहौल है। कई छात्रों ने सोशल मीडिया पर इस घटना की जानकारी साझा की और हॉस्टल प्रशासन से उचित कदम उठाने की मांग की। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने भी छात्रों को स्वच्छता और भोजन सुरक्षा पर ध्यान देने की सलाह दी।
हॉस्टल में डिनर के बाद छात्र बीमार होने की यह घटना सिर्फ तेलंगाना तक सीमित नहीं है। देश के कई हिस्सों में समय-समय पर फूड पॉयजनिंग की घटनाएं सामने आती रहती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में खाना ताजा, स्वच्छ और नियंत्रित परिस्थितियों में तैयार होना चाहिए, ताकि छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अस्पताल में भर्ती छात्र अब धीरे-धीरे ठीक हो रहे हैं और सभी पर नजर रखी जा रही है। हॉस्टल प्रशासन ने भी छात्रों की देखभाल और स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए अतिरिक्त कदम उठाने की घोषणा की है।
कुल मिलाकर, तेलंगाना के इस हॉस्टल में डिनर के बाद 50 से अधिक छात्रों की तबियत खराब होने की घटना ने खाने की सुरक्षा और स्वास्थ्य मानकों पर सवाल खड़ा कर दिया है। प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और हॉस्टल प्रबंधन मिलकर इस मामले की पूरी जांच कर रहे हैं और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए नए उपाय अपनाए जाएंगे।
यह घटना सभी हॉस्टलों और शैक्षणिक संस्थानों के लिए चेतावनी है कि भोजन की गुणवत्ता और स्वच्छता पर विशेष ध्यान देना आवश्यक है। समय रहते की गई कार्रवाई और छात्रों की सतर्कता ने एक बड़ी स्वास्थ्य आपदा को टाल दिया है।








