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देश में जारी विधानसभा चुनावों के बीच राजनीतिक पारा लगातार चढ़ता जा रहा है। बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने हरियाणा और कर्नाटक में कथित रूप से हुई वोट चोरी के मामलों को लेकर गंभीर आरोप लगाए। राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा लोकतंत्र की नींव को हिला रही है और चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है। उन्होंने विशेष रूप से पोस्टल बैलेट की पारदर्शिता पर सवाल उठाए और निर्वाचन आयोग से इसकी निष्पक्षता की गारंटी देने की मांग की।
राहुल गांधी ने कहा कि देश में लोकतंत्र तभी मजबूत रहेगा जब हर मतदाता का वोट सही तरीके से गिना जाए। उन्होंने दावा किया कि हरियाणा में कई मतदान केंद्रों से पोस्टल बैलेट की गिनती में अनियमितताओं की शिकायतें आई हैं। कांग्रेस के पास ऐसे सबूत हैं जो दर्शाते हैं कि डाक मतपत्रों के साथ छेड़छाड़ की गई है। उन्होंने कहा कि “चुनाव आयोग को चाहिए कि वह इस मामले की निष्पक्ष जांच करे और दोषियों पर कार्रवाई करे। यह केवल कांग्रेस या किसी दल का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह भारत के लोकतंत्र की आत्मा का सवाल है।”
कर्नाटक में भी इसी तरह की घटनाओं का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि जहां-जहां कांग्रेस मजबूत स्थिति में दिखाई दे रही थी, वहां पर वोटिंग प्रक्रिया में गड़बड़ी की खबरें आईं। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने सत्ता में बने रहने के लिए हर हथकंडा अपनाया है, लेकिन जनता सब देख रही है। राहुल गांधी ने कहा कि “यह लड़ाई सिर्फ कांग्रेस की नहीं, बल्कि देश के संविधान और लोकतांत्रिक संस्थाओं की रक्षा की लड़ाई है।”
प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने एग्जिट पोल के आंकड़ों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल जनता को गुमराह करने का एक साधन बन गए हैं। “एग्जिट पोल अब डेटा एनालिसिस नहीं, बल्कि पॉलिटिकल नैरेटिव का हिस्सा बन गए हैं। चुनाव के पहले ही माहौल को प्रभावित करने के लिए इनका इस्तेमाल किया जा रहा है।” राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि इन सर्वेक्षणों के पीछे एक सोची-समझी रणनीति है ताकि मतदाताओं के बीच भ्रम पैदा किया जा सके।
कांग्रेस नेता ने कहा कि देश के युवाओं, किसानों और श्रमिकों की आवाज को दबाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब विपक्ष इन मुद्दों को उठाता है, तब बीजेपी उस पर झूठे आरोप लगाकर मुद्दे से ध्यान हटाने की कोशिश करती है। “हम चाहते हैं कि भारत में हर वोट की कीमत बराबर हो, चाहे वह किसी भी राज्य, धर्म या वर्ग से जुड़ा क्यों न हो।”
राहुल गांधी ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस अपने सभी उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं से अपील करती है कि वे धैर्य रखें और परिणाम आने तक सतर्क रहें। उन्होंने कहा कि पार्टी हर वोट की निगरानी कर रही है और जहां भी गड़बड़ी की शिकायत मिलेगी, वहां चुनाव आयोग से शिकायत की जाएगी।
उन्होंने यह भी कहा कि यह समय भारत के लोकतंत्र को बचाने का है। “हम लोकतंत्र की आखिरी दीवार पर खड़े हैं, अगर यह टूटी तो फिर कोई भी सुरक्षित नहीं रहेगा।” राहुल गांधी के इस बयान ने राजनीतिक हलकों में नई हलचल मचा दी है। बीजेपी ने फिलहाल इस पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन सूत्रों के अनुसार पार्टी इन आरोपों को “बेबुनियाद और राजनीतिक नाटक” बता रही है।
इस बीच, चुनाव आयोग ने कहा है कि सभी मतदान प्रक्रियाएं पारदर्शी और सुरक्षित हैं तथा पोस्टल बैलेट की गिनती को लेकर किसी भी प्रकार की अनियमितता की शिकायतों की जांच की जाएगी।
राहुल गांधी का यह प्रेस कॉन्फ्रेंस ऐसे समय में आया है जब देश के कई राज्यों में वोटिंग के बाद मतगणना की तैयारियां चल रही हैं। इस बयान ने विपक्ष के बीच एकजुटता का संदेश तो दिया है, लेकिन साथ ही चुनावी प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर भी एक गंभीर बहस छेड़ दी है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि चुनाव आयोग और सत्ता पक्ष इस मुद्दे पर क्या रुख अपनाते हैं।








