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महाराष्ट्र में नगर निगम चुनाव 2026 को लेकर तस्वीर पूरी तरह साफ हो गई है। महाराष्ट्र राज्य चुनाव आयोग ने एक विस्तृत प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से चुनाव कार्यक्रम की आधिकारिक घोषणा कर दी है। आयोग के अनुसार, राज्य के प्रमुख नगर निगमों में 15 जनवरी 2026 को मतदान कराया जाएगा, जबकि 16 जनवरी 2026 को मतगणना कर परिणाम घोषित किए जाएंगे। इस घोषणा के साथ ही राज्यभर में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है और राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं।
राज्य चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष, पारदर्शी और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए सभी प्रशासनिक और सुरक्षा तैयारियां की जा चुकी हैं।
चुनाव प्रक्रिया के तहत
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नामांकन पत्र दाखिल करने की अवधि 23 दिसंबर से 30 दिसंबर 2025 तक होगी।
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नामांकन पत्रों की जांच (स्क्रूटनी) 31 दिसंबर 2025 को की जाएगी।
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उम्मीदवारों के नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 3 जनवरी 2026 निर्धारित की गई है।
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अंतिम उम्मीदवार सूची 6 जनवरी 2026 को प्रकाशित की जाएगी।
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मतदान 15 जनवरी 2026 को संपन्न होगा।
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मतगणना और परिणामों की घोषणा 16 जनवरी 2026 को की जाएगी।
चुनाव आयोग ने यह भी स्पष्ट किया है कि नामांकन पत्र ऑफलाइन माध्यम से ही स्वीकार किए जाएंगे।
इस चरण में महाराष्ट्र के कई प्रमुख नगर निगमों में चुनाव कराए जाएंगे, जिनमें शामिल हैं:
मुंबई, पुणे, नागपुर, ठाणे, नासिक, पिंपरी-चिंचवड़, छत्रपति संभाजीनगर (औरंगाबाद), अमरावती, अकोला सहित अन्य शहरी निकाय।
ये चुनाव इसलिए भी महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं क्योंकि ये सीधे तौर पर शहरी प्रशासन, बुनियादी सुविधाओं और विकास योजनाओं से जुड़े होते हैं।
राज्य चुनाव आयुक्त ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मतदाताओं की सुविधा और सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होगी।
उन्होंने बताया कि:
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वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग मतदाताओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं होंगी
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संवेदनशील और अति-संवेदनशील मतदान केंद्रों पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए जाएंगे
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सोशल मीडिया पर अफवाह और फर्जी खबरों पर नजर रखने के लिए विशेष निगरानी टीमें गठित की गई हैं
आयोग ने मतदाताओं से निर्भीक होकर मतदान करने की अपील की है।
चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही बीजेपी, शिवसेना, कांग्रेस, एनसीपी और अन्य दलों में हलचल तेज हो गई है। उम्मीदवार चयन, सीट बंटवारे और गठबंधन रणनीति को लेकर लगातार बैठकें हो रही हैं।
सत्ताधारी गठबंधन के लिए यह चुनाव अपने कामकाज पर जनता की मुहर लगाने का मौका है, वहीं विपक्ष इसे सरकार के खिलाफ जनभावना को भुनाने का अवसर मान रहा है।
विभिन्न राजनीतिक नेताओं ने चुनाव कार्यक्रम का स्वागत करते हुए कहा कि वे जनता के सामने अपने विकास कार्यों के साथ जाएंगे। विपक्षी दलों ने दावा किया कि
महंगाई, ट्रैफिक, कचरा प्रबंधन, पानी की समस्या और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दे इस चुनाव में निर्णायक साबित होंगे।
15 जनवरी को मतदान के दिन पूरे राज्य में पुलिस, होमगार्ड और सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा जाएगा। चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि
धनबल, बाहुबल या किसी भी प्रकार की अनियमितता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह नगर निगम चुनाव 2026
आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों की दिशा तय करने वाले साबित हो सकते हैं। शहरी मतदाताओं का रुझान भविष्य की राजनीति के लिए अहम संकेत देगा।
महाराष्ट्र नगर निगम चुनाव 2026 की घोषणा के साथ ही राज्य में लोकतांत्रिक प्रक्रिया ने रफ्तार पकड़ ली है। 15 जनवरी को होने वाला मतदान और 16 जनवरी को आने वाले नतीजे यह तय करेंगे कि शहरी जनता किस राजनीतिक दल और नेतृत्व पर भरोसा जताती है।
यह चुनाव केवल नगर निगमों की सत्ता का फैसला नहीं करेंगे, बल्कि महाराष्ट्र की राजनीति की आने वाली तस्वीर भी तय करेंगे।








