




बॉलीवुड के सुपरस्टार शाहरुख़ खान और अभिनेत्री दीपिका पादुकोण कानूनी पचड़े में फंस गए हैं। राजस्थान के भरतपुर में एक वकील ने हुंडई अल्काजर कार के प्रमोशन को लेकर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। आरोप है कि दोनों सितारों ने इस कार का प्रमोशन किया, जबकि कार में तकनीकी खामियां थीं, जिससे उपभोक्ताओं को धोखा हुआ।
भरतपुर निवासी वकील कीर्ति सिंह ने अपनी शिकायत में कहा कि उन्होंने 2022 में हुंडई अल्काजर कार खरीदी थी, जिसकी कीमत ₹23,97,353 थी। कार में तकनीकी खामियां आने के बाद उन्होंने डीलर से संपर्क किया, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। इसके बाद उन्होंने शाहरुख़ खान और दीपिका पादुकोण के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई, क्योंकि दोनों ने इस कार का प्रमोशन किया था।
एफआईआर में शाहरुख़ खान और दीपिका पादुकोण के अलावा हुंडई कंपनी के छह अन्य अधिकारियों के नाम भी शामिल हैं। आरोप है कि इन सभी ने मिलकर उपभोक्ताओं को धोखा देने का काम किया। एफआईआर में मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट, धोखाधड़ी और उपभोक्ता अधिकारों का उल्लंघन जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
हुंडई कंपनी ने इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी है। कंपनी ने कहा है कि कार में जो खामी आई है, वह मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट है और इसे जल्द ही ठीक किया जाएगा। कंपनी ने यह भी कहा कि वे इस मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं और उपभोक्ताओं के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।
शाहरुख़ खान और दीपिका पादुकोण ने इस मामले पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। हालांकि, सूत्रों के अनुसार, वे इस मामले को लेकर कानूनी सलाह ले रहे हैं और जल्द ही अपनी प्रतिक्रिया दे सकते हैं।
यह मामला उपभोक्ता अधिकारों और विज्ञापन के विश्वसनीयता से जुड़ा हुआ है। भारतीय कानून के तहत, यदि कोई कंपनी या व्यक्ति जानबूझकर उपभोक्ताओं को धोखा देता है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। इस मामले में भी शाहरुख़ खान और दीपिका पादुकोण के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, जो कि एक महत्वपूर्ण कदम है।
यह मामला उपभोक्ताओं के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश है कि वे किसी भी उत्पाद को खरीदने से पहले उसकी पूरी जानकारी लें और यदि कोई समस्या आती है, तो तुरंत संबंधित अधिकारियों से संपर्क करें। साथ ही, यह भी महत्वपूर्ण है कि वे किसी भी उत्पाद के प्रमोशन में शामिल हस्तियों की भूमिका और जिम्मेदारी को समझें।