




कानपुर। बॉलीवुड के ‘खिलाड़ी कुमार’ यानी अक्षय कुमार एक बार फिर चर्चा में हैं, लेकिन इस बार वजह उनकी फिल्मों या फिटनेस नहीं बल्कि गुटखा खाने पर दिया बयान है। हाल ही में कानपुर में हुए एक कार्यक्रम के दौरान जब उनसे शहर के गुटखे और यहां के किरदार के जुड़ाव पर सवाल पूछा गया तो अक्षय ने बिना किसी हिचकिचाहट के कहा— “गुटखा नहीं खाना चाहिए।”
हालांकि, यह बात लोगों को खूब खटकी। सोशल मीडिया पर यूज़र्स ने उन्हें घेरते हुए कहा कि अगर गुटखा बुरा है तो फिर आप ‘जुबां केसरी’ वाले विज्ञापनों में क्यों नजर आते हैं?
कानपुर में एक प्रमोशनल इवेंट के दौरान जब अक्षय से पूछा गया— “शहर के लोग और गुटखा… ये दोनों कैसे जुड़े हुए हैं?” तो उन्होंने बड़े सहज अंदाज में जवाब दिया—
“गुटखा बिल्कुल भी नहीं खाना चाहिए। यह सेहत के लिए हानिकारक है। मैं भी हमेशा यही सलाह देता हूं कि लोग इससे दूर रहें।”
उनका यह बयान तुरंत मीडिया और सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
अक्षय के बयान के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। ट्विटर (अब X) और फेसबुक पर लोग लिखने लगे—
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“चचा, गुटखा बुरा है तो फिर ‘जुबां केसरी’ का ऐड क्यों करते हो?”
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“ज्ञान बांटते समय अपना विज्ञापन करियर भी देख लिया करो।”
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“पैसे के लिए तो सब ठीक है, लेकिन जनता को ज्ञान देने लगे तो सवाल उठेंगे ही।”
यह पहला मौका नहीं है जब अक्षय कुमार पर गुटखा ब्रांड से जुड़े होने का आरोप लगा हो। दिसंबर 2023 में अक्षय कुमार, शाहरुख खान और अजय देवगन तीनों को ही केंद्र सरकार की ओर से नोटिस जारी किया गया था। आरोप था कि ये सितारे गुटखा और पान मसाला कंपनियों के विज्ञापनों में काम करके युवाओं को अप्रत्यक्ष रूप से ऐसे प्रोडक्ट्स के सेवन की ओर प्रेरित कर रहे हैं। उस वक्त भी अक्षय कुमार ने सफाई दी थी कि वे व्यक्तिगत तौर पर गुटखा के खिलाफ हैं और उन्होंने आगे ऐसे विज्ञापन न करने का वादा किया था।
अक्षय कुमार अक्सर फिटनेस और हेल्दी लाइफस्टाइल को लेकर मिसाल माने जाते हैं। वह सुबह 4 बजे उठने, योग-प्राणायाम करने और स्वस्थ भोजन करने के लिए जाने जाते हैं। इसी कारण जब वह गुटखा ब्रांड के विज्ञापन में दिखाई दिए तो फैंस ने उन्हें जमकर ट्रोल किया। उस समय उन्होंने माफी मांगते हुए विज्ञापन से अलग होने का एलान किया था। लेकिन अब जब उन्होंने फिर से गुटखा के खिलाफ बयान दिया, तो लोगों ने पुरानी बातों को याद दिला दिया।
गुटखा को लेकर मेडिकल रिपोर्ट्स साफ कहती हैं इससे कैंसर, दांत और मसूड़ों की बीमारियां, हार्ट प्रॉब्लम और लिवर डैमेज जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। हर साल लाखों लोग गुटखा और तंबाकू से जुड़ी बीमारियों का शिकार होते हैं। सरकार भी लगातार ‘तंबाकू-मुक्त भारत’ का अभियान चला रही है, लेकिन विज्ञापनों में बड़े सितारों की मौजूदगी लोगों को गलत संदेश देती है।
सेलिब्रिटीज़ का असर आम जनता पर गहरा होता है। जब अक्षय कुमार जैसे सितारे किसी ब्रांड का प्रचार करते हैं, तो लोग उसे सही मानकर अपनाने लगते हैं। यही वजह है कि लोग चाहते हैं कि फिल्मी सितारे ऐसे उत्पादों से दूरी बनाए रखें। जनता का कहना है कि सितारे सिर्फ पैसों के लिए ऐसे ब्रांड्स का प्रचार न करें, बल्कि समाज को सही दिशा देने का काम करें।
कानपुर में अक्षय कुमार का “गुटखा नहीं खाना चाहिए” वाला बयान निस्संदेह स्वास्थ्य की दृष्टि से सही है, लेकिन उनके पुराने विज्ञापनों ने उनकी बात को सवालों के घेरे में ला दिया है। लोग उनसे उम्मीद करते हैं कि वह पूरी तरह से गुटखा और तंबाकू से जुड़े ब्रांड्स से दूरी बनाएँ और युवाओं को एक सच्चे रोल मॉडल की तरह हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने के लिए प्रेरित करें।