




भारतीय प्रबंधन संस्थान IIM अहमदाबाद ने दुबई में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय कैंपस खोलकर इतिहास रचा है। यह पहल भारतीय शिक्षा संस्थानों के लिए विदेश में विस्तार का पहला उदाहरण है।
कैंपस का उद्देश्य न केवल भारतीय और अंतरराष्ट्रीय छात्रों को विश्वस्तरीय शिक्षा प्रदान करना है, बल्कि भारतीय प्रबंधन शिक्षा की वैश्विक पहचान को भी मजबूत करना है।
कैंपस की विशेषताएं
दुबई कैंपस में आईआईएम अहमदाबाद की सभी प्रमुख सुविधाएं और कार्यक्रम उपलब्ध होंगे।
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एमबीए और पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम: प्रबंधन, वित्त, विपणन और रणनीति जैसे कोर्सेस।
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फैकल्टी: आईआईएम अहमदाबाद के अनुभवी प्रोफेसर और अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ।
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इन्फ्रास्ट्रक्चर: अत्याधुनिक क्लासरूम, डिजिटल लर्निंग प्लेटफ़ॉर्म, पुस्तकालय और हब।
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इंटरनेशनल नेटवर्किंग: वैश्विक उद्योग और संस्थानों के साथ सहयोग के अवसर।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह कैंपस छात्रों को वैश्विक कॉर्पोरेट जगत में प्रतिस्पर्धा करने की क्षमता देगा।
IIM अहमदाबाद के इस कदम से यह संदेश जाता है कि भारतीय शिक्षा संस्थान अब केवल देश में ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी अपनी पहचान बनाने लगे हैं। भारतीय प्रबंधन शिक्षा की गुणवत्ता अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार होगी। छात्रों को वैश्विक नेटवर्क और अंतरराष्ट्रीय अवसर मिलेंगे। भारतीय व्यवसाय और उद्यमिता की समझ को वैश्विक दृष्टिकोण के साथ जोड़ने का अवसर मिलेगा।
IIM अहमदाबाद के डायरेक्टर ने कहा, “दुबई कैंपस हमारी वैश्विक दृष्टि का प्रतीक है। यह छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार करेगा।”
छात्रों और उद्योग के लिए लाभ
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वैश्विक एक्सपोजर: छात्र अंतरराष्ट्रीय कंपनियों और उद्योगों के साथ जुड़ेंगे।
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कैरियर अवसर: वैश्विक एमबीए और प्रबंधन कौशल के माध्यम से नौकरी के अवसर बढ़ेंगे।
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नेटवर्किंग: दुनियाभर के छात्रों और विशेषज्ञों के साथ संपर्क।
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सांस्कृतिक अनुभव: विभिन्न देशों के साथ सहयोग और सांस्कृतिक समझ बढ़ेगी।
विशेषज्ञों का कहना है कि दुबई कैंपस छात्रों को वैश्विक दृष्टिकोण से सोचने और काम करने की क्षमता देगा।
IIM अहमदाबाद का यह कदम भारतीय शिक्षा ब्रांड को वैश्विक मान्यता दिलाने की दिशा में महत्वपूर्ण है। भारतीय संस्थान अब विदेशी छात्रों और उद्योगों के लिए आकर्षक बनेंगे। वैश्विक प्रतिस्पर्धा में भारतीय शिक्षा की प्रतिष्ठा बढ़ेगी। यह कदम अन्य भारतीय संस्थानों को भी विदेश में विस्तार की प्रेरणा देगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह पहल भारत की शिक्षा नीति और वैश्विक दृष्टिकोण में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है।
IIM अहमदाबाद का लक्ष्य है कि दुबई कैंपस के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय छात्रों और भारतीय छात्रों का मिश्रण तैयार किया जाए। भविष्य में अंतरराष्ट्रीय शोध परियोजनाओं और उद्योग सहयोग को बढ़ावा दिया जाएगा। विद्यार्थियों को वैश्विक नेतृत्व कौशल और प्रबंधन प्रशिक्षण मिलेगा। डिजिटल और हाइब्रिड शिक्षा माध्यम से दुनिया भर के छात्रों को लाभ पहुँचाया जाएगा। इस प्रकार यह कैंपस केवल शिक्षा केंद्र नहीं बल्कि वैश्विक प्रबंधन और नेतृत्व हब के रूप में उभर रहा है।
IIM अहमदाबाद का दुबई में कैंपस खोलना भारतीय शिक्षा के वैश्विक विस्तार का ऐतिहासिक कदम है। यह छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार करेगा। भारतीय प्रबंधन शिक्षा की प्रतिष्ठा और मान्यता को मजबूत करेगा। वैश्विक उद्योग और शिक्षा नेटवर्क के साथ छात्रों को जोड़ने का अवसर देगा। IIM अहमदाबाद का यह कैंपस भारत की शिक्षा और प्रबंधन क्षेत्र को विश्व स्तर पर नई पहचान दिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।