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    जहानाबाद में बच्चों की गुमशुदगी पर आक्रोश मार्च, पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी

    RANJEET KUMAR

    Journalist
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    | संवादाता | रंजीत कुमार | जहानाबाद | में बच्चों की गुमशुदगी पर आक्रोश मार्च, पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी

    जहानाबाद – जिले में अक्षय कुमार (9 महीने) और धर्मवीर कुमार (4 महीने) के लापता होने के बाद परिजनों में गहरी चिंता और आक्रोश फैल गया है। बच्चों के न मिलने के कारण परिजन अब अनहोनी की आशंका व्यक्त कर रहे हैं।

    परिजनों और स्थानीय लोगों ने पुलिस प्रशासन की कार्रवाई में सुस्ती को लेकर काको मोड़ से डीएम कार्यालय तक आक्रोश मार्च निकाला। प्रदर्शनकारी संजय यादव ने आरोप लगाया कि पुलिस गरीब परिवारों के बच्चों की खोज में रुचि नहीं ले रही है। उन्होंने कहा कि यदि किसी वीआईपी परिवार का बच्चा गायब होता, तो तुरंत कार्रवाई की जाती।

    मार्च में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही बच्चों को नहीं ढूंढा गया, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।

    पुलिस ने बताया कि बच्चों की तलाश जारी है और हर संभावित प्रयास किया जा रहा है। बावजूद इसके, इतने लंबे समय तक किसी सुराग के न मिलने से परिजन मानसिक रूप से परेशान हैं।

    इस घटना ने स्थानीय प्रशासन पर दबाव बढ़ा दिया है। नागरिक और परिजन चाहते हैं कि पुलिस जल्द से जल्द लापता बच्चों का पता लगाए और उन्हें सुरक्षित परिवार के पास लौटाए।जहानाबाद में बच्चों की गुमशुदगी ने पूरे क्षेत्र में चिंता और आक्रोश पैदा कर दिया है। प्रदर्शन और आक्रोश मार्च ने पुलिस प्रशासन पर कार्रवाई तेज करने का दबाव बढ़ा दिया है।

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