




जियन सहानी | मलोट | समाचार वाणी न्यूज़– सिरसा जिले की सिविल लाइन पुलिस ने नकली पुलिसकर्मी बनकर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से एक जीप कम्पास गाड़ी, नकली नंबर प्लेट और पुलिस की वर्दी बरामद की गई है।
थाना सिविल लाइन के प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार ने बताया कि एएसआई प्रवीण कुमारी की टीम भगत सिंह स्टेडियम के पास नियमित गश्त पर थी। गश्त के दौरान टीम को एक संदिग्ध जीप कम्पास दिखाई दी। पुलिस ने जब गाड़ी को रोका तो उसमें दो लोग पुलिस की वर्दी में बैठे थे और तीसरा व्यक्ति चालक की सीट पर था। यह देखकर टीम को शक हुआ और गाड़ी की गहन जांच की गई।
पूछताछ में वर्दी पहने दोनों लोगों ने अपना नाम सुमेर और रामदिया उर्फ संदीप बताया। दोनों हरियाणा के जिला जींद के गांव ढाबी टेक सिंह के रहने वाले हैं। तीसरे व्यक्ति की पहचान नरेश कुमार उर्फ मुर्गा निवासी जांडली खुर्द, जिला फतेहाबाद के रूप में हुई। पुलिस ने जब उनसे वैध पुलिस पहचान पत्र या दस्तावेज मांगे तो वे कोई भी कागज़ात पेश नहीं कर पाए।
जांच के बाद साफ हुआ कि आरोपी नकली पुलिस वर्दी और फर्जी नंबर प्लेट का इस्तेमाल कर लोगों को ठगने का काम करते थे। वे खुद को पुलिसकर्मी बताकर लोगों को विश्वास में लेते और अलग-अलग तरीकों से उनसे ठगी करते थे।
पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपियों को आज अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपी सुमेर को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है, जबकि रामदिया और नरेश को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
पुलिस का मानना है कि इस गिरोह से जुड़े और भी लोग हो सकते हैं। इसलिए अब इन आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है ताकि इस नेटवर्क का पूरा खुलासा किया जा सके। पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि आरोपियों ने अब तक कितनी ठगी की वारदातों को अंजाम दिया और किन-किन इलाकों में सक्रिय रहे।
सिरसा पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि यदि कोई व्यक्ति पुलिसकर्मी बनकर उनसे पूछताछ करता है या किसी भी प्रकार की कार्रवाई करता है, तो पहले उसकी पहचान और आधिकारिक पहचान पत्र की जांच अवश्य करें। पुलिस ने कहा कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत नज़दीकी थाने या पुलिस हेल्पलाइन नंबर पर दें।
इस कार्रवाई से एक बार फिर यह साबित हो गया है कि सिरसा पुलिस अपराधियों को पकड़ने और आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह सतर्क है। पुलिस की इस सफलता ने जहां लोगों में सुरक्षा की भावना को मज़बूत किया है, वहीं अपराधियों में भी खौफ पैदा किया है।