




पंजाब के डीजीपी ने एक अहम जानकारी साझा करते हुए बताया है कि बब्बर खालसा इंटरनेशनल के कुख्यात आतंकवादी पिंडी को अबू धाबी से भारत प्रत्यर्पित कर दिया गया है। यह आतंकवादी विदेशी आतंकी हरविंदर सिंह उर्फ रिंडा और हैप्पी पासिया का करीबी सहयोगी माना जाता है। पिंडी पर कई संगीन और खून-खराबे वाले अपराधों का आरोप है, जिनकी जांच भारतीय सुरक्षा एजेंसियां कर रही हैं।
पिंडी बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) का एक सक्रिय सदस्य है, जो पंजाब और देश के विभिन्न हिस्सों में आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त रहा है। वह विदेशों में स्थित आतंकवादियों से सीधे संपर्क में था और उनके द्वारा निर्देशित आपराधिक घटनाओं को अंजाम देता था।
हरविंदर सिंह उर्फ रिंडा और हैप्पी पासिया जैसे कुख्यात आतंकी विदेशों में छुपे हुए हैं और भारत में खून खराबे और हिंसा को भड़काने का काम कर रहे हैं। पिंडी उनकी सबसे भरोसेमंद सहायक के रूप में जाना जाता था।
पिंडी का अबू धाबी से प्रत्यर्पण भारत सरकार की कूटनीतिक और सुरक्षा प्रयासों की बड़ी सफलता है। भारत और यूएई के बीच सुरक्षा सहयोग के तहत यह प्रत्यर्पण संभव हुआ।
पंजाब डीजीपी ने कहा कि प्रत्यर्पण के बाद पिंडी को भारत में कड़ी सुरक्षा के बीच न्यायालय में पेश किया जाएगा, जहाँ उसके खिलाफ दर्ज सभी मामलों की गंभीरता से जांच होगी।
यह कदम भारत की आतंकवाद विरोधी लड़ाई को मजबूत करेगा और विदेशी आतंकी नेटवर्क को कुचलने में मदद करेगा।
पंजाब में आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां लगातार मेहनत कर रही हैं। बीकेआई जैसे आतंकवादी संगठन राज्य में अशांति फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
पिंडी के प्रत्यर्पण से पंजाब पुलिस को आतंकवादी नेटवर्क को तोड़ने और आतंकवाद के खिलाफ अपनी कार्रवाई तेज करने में मदद मिलेगी। यह राज्य में कानून और व्यवस्था बनाए रखने की दिशा में बड़ा कदम है।
इस सफल प्रत्यर्पण के लिए भारत की सुरक्षा एजेंसियों, विदेश मंत्रालय और अबू धाबी के सहयोग से काम किया गया। यह साबित करता है कि आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय सहयोग कितना महत्वपूर्ण है।
पंजाब डीजीपी ने इस अवसर पर कहा कि भारत आतंकवादियों को कहीं भी सुरक्षित नहीं छोड़ने देगा और उनके खिलाफ कड़ा रुख अपनाएगा।
पिंडी को न्यायालय में पेश किया जाएगा और उसके खिलाफ दर्ज सभी आतंकवादी घटनाओं की जांच की जाएगी। साथ ही, अन्य संदिग्ध आतंकवादियों की गिरफ्तारी के लिए भी छापेमारी तेज की जाएगी।
यह प्रत्यर्पण आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक नया मोड़ साबित होगा और अन्य आतंकवादियों के लिए भी एक सख्त संदेश होगा।
बब्बर खालसा इंटरनेशनल के आतंकवादी पिंडी का अबू धाबी से भारत प्रत्यर्पित होना आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में बड़ी सफलता है। पंजाब डीजीपी की इस घोषणा से यह साफ हो गया है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी जंग जारी रखेगा और आतंकवादियों को वैश्विक स्तर पर भी पकड़ेगा।
इस कदम से भारत की सुरक्षा एजेंसियों की क्षमता और कूटनीतिक सामर्थ्य का भी पता चलता है। आने वाले समय में भारत को आतंकवाद मुक्त बनाने की दिशा में और कदम उठाए जाएंगे।