




कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में दक्षिण अमेरिकी देशों ब्राजील और कोलंबिया का दौरा किया, जहां उन्होंने विश्वविद्यालयों के छात्रों, व्यापारिक नेताओं और राजनीतिक हस्तियों से मुलाकात की। इस यात्रा का उद्देश्य भारत और इन देशों के बीच लोकतांत्रिक, व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करना था। हालांकि, बीजेपी ने इस दौरे की टाइमिंग को लेकर सवाल उठाए हैं और इसे सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी और जॉर्ज सोरोस से जोड़ते हुए आरोप लगाए हैं।
बीजेपी का आरोप: सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी और जॉर्ज सोरोस से कनेक्शन
बीजेपी प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने राहुल गांधी की यात्रा को लेकर ट्वीट किया, “राहुल गांधी भारत के लोकतंत्र को कमजोर करने के लिए वैश्विक गठजोड़ बना रहे हैं।” उन्होंने सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी और जॉर्ज सोरोस से कथित संबंधों का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि राहुल गांधी विदेशी ताकतों के साथ मिलकर भारत के खिलाफ साजिश कर रहे हैं।
सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी और लद्दाख में विरोध प्रदर्शन
लद्दाख के पर्यावरण कार्यकर्ता और शिक्षा सुधारक सोनम वांगचुक को 26 सितंबर 2025 को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत गिरफ्तार किया गया। उनकी गिरफ्तारी के बाद लद्दाख की राजधानी लेह में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हुए। प्रदर्शनकारियों ने बीजेपी कार्यालयों को आग के हवाले किया।
कांग्रेस की प्रतिक्रिया
कांग्रेस ने बीजेपी के आरोपों का खंडन किया है। पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि राहुल गांधी का दक्षिण अमेरिकी दौरा भारत के लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए है, न कि किसी विदेशी साजिश का हिस्सा। उन्होंने बीजेपी के आरोपों को निराधार और राजनीति से प्रेरित बताया।
राहुल गांधी का दक्षिण अमेरिकी दौरा और बीजेपी द्वारा लगाए गए आरोप भारतीय राजनीति में एक नई बहस का कारण बने हैं। जहां एक पक्ष इसे भारत के लोकतंत्र को मजबूत करने की दिशा में एक कदम मानता है, वहीं दूसरा पक्ष इसे विदेशी ताकतों के साथ साजिश का हिस्सा मानता है। आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर और बहस होने की संभावना है।