




उत्तर प्रदेश में चल रहे मिशन शक्ति फेज 5.0 अभियान के अंतर्गत लखनऊ के हजरतगंज थाने में शनिवार को एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस पहल का उद्देश्य छात्राओं के मन से पुलिस का भय दूर करना, उन्हें पुलिस कार्यप्रणाली से अवगत कराना और उनके अधिकारों व कर्तव्यों के प्रति जागरूक करना था।
इस दौरान छात्राओं को एक दिन के लिए प्रभारी निरीक्षक (इंस्पेक्टर) और सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) जैसे जिम्मेदार पदों पर बैठाया गया।
छात्राओं ने संभाली जिम्मेदारी
राजभवन स्थित उच्च माध्यमिक विद्यालय की कक्षा 8 की छात्रा नव्या गुप्ता को एक दिन के लिए प्रभारी निरीक्षक (हजरतगंज) नियुक्त किया गया, जबकि परिधि चौहान को सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) हजरतगंज की जिम्मेदारी सौंपी गई।
इन दोनों छात्राओं को पुलिस अधिकारियों ने थाने की कार्यप्रणाली, जिम्मेदारियों और कर्तव्यों के बारे में विस्तार से बताया। साथ ही, उन्हें महिला हेल्प डेस्क, मिशन शक्ति केंद्र और पुलिस रिकॉर्ड की जानकारी भी दी गई।
मिशन शक्ति रैली और जनजागरूकता
छात्राओं और पुलिस अधिकारियों की अगुवाई में मिशन शक्ति रैली निकाली गई। इस रैली के दौरान आम लोगों, विशेषकर महिलाओं और छात्राओं को महिला सशक्तिकरण से जुड़ी जानकारी दी गई।
रैली में निम्नलिखित बिंदुओं पर जोर दिया गया:
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महिला हेल्पलाइन नंबर 1090
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आपातकालीन नंबर डायल 112
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साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930
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यूपी कॉप एप
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गुड टच और बैड टच की पहचान
इस दौरान पंपलेट वितरण कर जनता को जागरूक किया गया।
थाने का भ्रमण और जानकारी
कार्यक्रम के अंतर्गत छात्राओं को थाना परिसर का भ्रमण भी कराया गया। पुलिस की विभिन्न इकाइयों का परिचय दिया गया। महिला हेल्प डेस्क और मिशन शक्ति केंद्र का कार्य बताया गया। थाना अभिलेखों और पुलिस कार्यवाहियों के बारे में छात्राओं को समझाया गया।
साथ ही प्राथमिक विद्यालय की एक छात्रा को मिशन शक्ति केंद्र का प्रभारी बनाया गया ताकि छोटी उम्र से ही नेतृत्व और जिम्मेदारी का अनुभव हो सके।
नुक्कड़ नाटक से संदेश
जीपीओ स्थित नेशनल पीजी कॉलेज के छात्रों ने एक नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया। इसमें महिलाओं की सुरक्षा, आत्मनिर्भरता और उनके अधिकारों को उजागर किया गया। नाटक के माध्यम से लोगों को पुलिस की हेल्पलाइन सेवाओं की जानकारी दी गई। खासतौर पर 1090, 112 और 1930 जैसे हेल्पलाइन नंबरों की महत्ता पर जोर दिया गया।
इस नाटक ने वहां मौजूद जनता को गहराई से प्रभावित किया और महिला सशक्तिकरण का स्पष्ट संदेश दिया।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में कदम
मिशन शक्ति की यह पहल न केवल छात्राओं को पुलिस कार्यप्रणाली समझाने का मौका देती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि लड़कियां नेतृत्व और जिम्मेदारी निभाने में पूरी तरह सक्षम हैं।
छात्राओं के मन से पुलिस का भय निकालकर उन्हें सहयोगी और मित्रवत छवि दिखाना इस अभियान का मुख्य उद्देश्य रहा।
प्रशासन और पुलिस का संदेश
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि महिलाओं और छात्राओं की सुरक्षा राज्य सरकार की प्राथमिकता है। मिशन शक्ति जैसे अभियान लड़कियों में आत्मविश्वास जगाने में अहम भूमिका निभाते हैं। समाज को मिलकर महिला सशक्तिकरण की दिशा में कदम बढ़ाने होंगे।