• Create News
  • Nominate Now

    धारा 370 हटने के बाद सिविल सेवा छोड़ी थी, अब पूर्व IAS कन्नन गोपीनाथन कांग्रेस में शामिल

    इस खबर को सुनने के लिये प्ले बटन को दबाएं।

    पूर्व IAS अधिकारी कन्नन गोपीनाथन ने जम्मू-कश्मीर में धारा 370 के हटने और उसके बाद वहां पर संचार के साधनों पर पाबंदी लगाए जाने के खिलाफ सिविल सेवा से इस्तीफा दिया था। गोपीनाथन ने इस फैसले के माध्यम से संवैधानिक और नागरिक अधिकारों के प्रति अपनी स्पष्ट चिंता व्यक्त की थी। करीब पांच साल बाद अब वे राजनीतिक क्षेत्र में कदम रखने जा रहे हैं और उन्होंने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है।

    दिल्ली में आयोजित एक समारोह में कन्नन गोपीनाथन को कांग्रेस में शामिल होते ही पार्टी के वरिष्ठ नेता वीणुगोपाल ने गर्मजोशी से स्वागत किया। इस अवसर पर गोपीनाथन ने अपने विचार साझा किए और बताया कि उनका उद्देश्य भारतीय राजनीति में न्याय, संवैधानिक मूल्यों और नागरिक अधिकारों की रक्षा करना है।

    कन्नन गोपीनाथन की सिविल सेवा छोड़ने की घटना उस समय चर्चा का विषय बनी थी जब उन्होंने जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटाए जाने के बाद क्षेत्र में लगाए गए प्रतिबंधों पर सवाल उठाया था। वे भारत की प्रशासनिक सेवा में ईमानदारी और संवैधानिक मूल्यों के प्रतीक माने जाते थे। उनका यह कदम राजनीतिक दृष्टिकोण से एक साहसिक और संवेदनशील निर्णय के रूप में देखा गया।

    अब कांग्रेस में शामिल होने के बाद गोपीनाथन का राजनीतिक सफर शुरू होगा। उनके शामिल होने से पार्टी में युवा और विचारशील नेतृत्व का पल्ला मजबूत होगा। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि गोपीनाथन के अनुभव और दृष्टिकोण से पार्टी की नीतियों और रणनीतियों को नई दिशा मिलेगी।

    कन्नन गोपीनाथन ने सदस्यता ग्रहण करने के बाद कहा कि उनका उद्देश्य केवल राजनीतिक सत्ता प्राप्त करना नहीं है, बल्कि लोकतंत्र, संवैधानिक मूल्यों और नागरिक अधिकारों की रक्षा करना है। उन्होंने यह भी बताया कि वे कांग्रेस की विचारधारा और उसके संविधान-सम्मत दृष्टिकोण को समर्थन देने के लिए आए हैं।

    विशेषज्ञों का कहना है कि गोपीनाथन का कांग्रेस में शामिल होना पार्टी के लिए रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। वे प्रशासनिक अनुभव और संवैधानिक समझ के साथ पार्टी को नई दिशा देने में सक्षम होंगे। इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर और नागरिक अधिकारों के मुद्दों पर उनका अनुभव पार्टी को मजबूत दृष्टिकोण प्रदान करेगा।

    कन्नन गोपीनाथन की कांग्रेस में शामिल होने की प्रक्रिया ने राजनीतिक विश्लेषकों और मीडिया में भी हलचल पैदा कर दी है। उनका यह कदम आगामी चुनावों और राजनीतिक रणनीतियों पर असर डाल सकता है। उनके समर्थक मानते हैं कि गोपीनाथन का ईमानदार और निष्पक्ष दृष्टिकोण भारतीय राजनीति में सकारात्मक बदलाव ला सकता है।

    पूर्व IAS अधिकारी के रूप में गोपीनाथन ने हमेशा अपने कार्यों में पारदर्शिता और संवैधानिक मूल्यों का पालन किया। उनका सिविल सेवा से इस्तीफा और अब राजनीतिक क्षेत्र में कदम रखना, दोनों ही फैसले उनके दृढ़ दृष्टिकोण और न्यायप्रियता को दर्शाते हैं।

    कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता वीणुगोपाल ने इस अवसर पर कहा कि गोपीनाथन के शामिल होने से पार्टी को प्रशासनिक अनुभव के साथ-साथ संवैधानिक और नीति निर्माण में गहन समझ मिलेगी। उन्होंने गोपीनाथन को पार्टी में आने का स्वागत किया और उनके योगदान की उम्मीद जताई।

    विशेषज्ञों का मानना है कि गोपीनाथन का कांग्रेस में शामिल होना पार्टी के लिए एक नई ऊर्जा का स्रोत साबित होगा। उनके प्रशासनिक अनुभव और संवैधानिक दृष्टिकोण से पार्टी की नीतियों और निर्णयों में व्यापकता और संतुलन आएगा।

    कुल मिलाकर, कन्नन गोपीनाथन का राजनीतिक क्षेत्र में कदम रखना और कांग्रेस में शामिल होना भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण घटना मानी जा रही है। यह न केवल पार्टी के लिए बल्कि लोकतंत्र और संवैधानिक मूल्यों के संरक्षण के लिए भी एक सकारात्मक संकेत है।

    न्यूज़ शेयर करने के लिए क्लिक करें .
  • Advertisement Space

    Related Posts

    पूर्व IAS अधिकारी कन्नन गोपीनाथन कांग्रेस में हुए शामिल, बोले– अब लोकतंत्र की लड़ाई राजनीति के भीतर से लड़नी होगी

    इस खबर को सुनने के लिये प्ले बटन को दबाएं। पूर्व भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी और नागरिक अधिकारों के प्रखर पैरोकार कन्नन गोपीनाथन ने सोमवार को आधिकारिक रूप से…

    Continue reading
    रील बनाती हर्षिता दवे बनीं 22 साल की उम्र में डिप्टी कलेक्टर, पीसीएस 2024 में महिला वर्ग में टॉप

    इस खबर को सुनने के लिये प्ले बटन को दबाएं। इंदौर की 22 वर्षीय हर्षिता दवे की कहानी न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि यह युवा पीढ़ी के लिए यह उदाहरण…

    Continue reading

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *