




‘केबीसी जूनियर’ के हालिया एपिसोड में 5वीं क्लास के छात्र इशित भट्ट का व्यवहार चर्चा का विषय बन गया। एपिसोड में इशित ने अमिताभ बच्चन के साथ ऐसा बर्ताव किया, जिसने दर्शकों के साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी हलचल मचा दी। इस विवाद के बीच शो के होस्ट और बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने अपने विचार साझा किए और बच्चों के बदलते व्यवहार पर अपनी हैरानी व्यक्त की।
अमिताभ बच्चन ने कहा कि आजकल के बच्चे तकनीकी और डिजिटल दुनिया में बड़े हो रहे हैं, लेकिन इसके साथ ही उनका व्यवहार और अनुशासन अक्सर अलग और चुनौतीपूर्ण होता जा रहा है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि यंग कंटेस्टेंट्स के बदलते बर्ताव से कई बार शिक्षक और बड़े हैरान हो जाते हैं। ‘केबीसी जूनियर’ के इस एपिसोड में इशित भट्ट की प्रतिक्रिया और उनकी आक्रामकता ने शो को सामाजिक बहस का विषय बना दिया।
शो के प्रोडक्शन हाउस ने कहा कि बच्चों के साथ इस तरह के व्यवहार को समझना और संभालना बहुत जरूरी है। बच्चों में आत्मविश्वास और प्रतिभा को बढ़ावा देना आवश्यक है, लेकिन इसके साथ-साथ सम्मान और अनुशासन की शिक्षा भी जरूरी है। अमिताभ बच्चन ने इस बात पर जोर दिया कि बच्चों के बर्ताव को लेकर माता-पिता और शिक्षक दोनों की जिम्मेदारी है।
सोशल मीडिया पर इस घटना के बाद अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आईं। कई लोग इशित के व्यवहार की आलोचना कर रहे थे, तो कुछ ने इसे बच्चों की स्वाभाविक उत्सुकता और आत्मविश्वास का हिस्सा बताया। अमिताभ बच्चन ने कहा कि हमें बच्चों को समझने और मार्गदर्शन देने की आवश्यकता है, बजाय इसके कि केवल आलोचना की जाए।
विशेषज्ञों का मानना है कि डिजिटल युग और इंटरनेट के प्रभाव ने बच्चों के व्यवहार और बातचीत के तरीके को काफी बदल दिया है। वे अधिक आत्मविश्वासी, कभी-कभी चुनौतीपूर्ण, और प्रश्न करने वाले हो गए हैं। ऐसे में, टीवी जैसे प्लेटफॉर्म पर बच्चों के व्यवहार को देखना और समझना जरूरी हो जाता है।
KBC जैसे शैक्षिक और एंटरटेनमेंट शो में बच्चों का हिस्सा होना उनके विकास के लिए लाभकारी होता है, लेकिन बच्चों के सहयोग, सम्मान और अनुशासन को बनाए रखना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। अमिताभ बच्चन ने इस मामले में यह संदेश दिया कि बच्चों की प्रतिभा को बढ़ावा देना जरूरी है, लेकिन उनके व्यवहार और शिष्टाचार को भी दिशा देने की आवश्यकता है।
इस विवाद ने केवल शो को ही नहीं बल्कि समाज में बच्चों के व्यवहार और उनके परवरिश के तरीकों पर भी बहस छेड़ दी है। शिक्षकों, माता-पिता और समाज के अन्य सदस्य यह सोच रहे हैं कि बच्चों के आत्मविश्वास और स्वतंत्रता के साथ सम्मान और शिष्टाचार कैसे संतुलित किया जाए।
अमिताभ बच्चन ने कहा कि इस तरह के अनुभव न केवल बच्चों को सीखने का मौका देते हैं बल्कि बड़े लोगों को भी यह समझने का अवसर देते हैं कि बच्चों की दुनिया और उनका दृष्टिकोण अब पहले से काफी अलग हो गया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि बच्चों के बदलते व्यवहार को नकारने या आलोचना करने के बजाय उन्हें सही दिशा दिखाना चाहिए।
इस विवाद ने KBC जूनियर को दर्शकों के बीच और अधिक चर्चित बना दिया। शो के निर्माता भी इस घटना के बाद यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि भविष्य में बच्चों के साथ संवेदनशील और सकारात्मक मार्गदर्शन का पालन किया जाए।