




राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले की भादरा तहसील में इस बार की दीपावली कुछ खास रही। नगर पालिका भादरा की अध्यक्षा मुस्कान रफीक कुरैशी ने अपने कर्मठ और मेहनती कर्मचारियों को ऐसा उपहार दिया, जिसने सभी के दिल जीत लिए। मुस्कान कुरैशी ने दीपावली के शुभ अवसर पर नगर पालिका के 320 कर्मचारियों — स्थाई और अस्थाई दोनों — को मिठाई और उपहार अपने निजी खर्च से भेंट किए।
भादरा के इतिहास में यह पहला अवसर है जब किसी पालिकाध्यक्ष ने अपने निजी धन से इस प्रकार सभी कर्मचारियों के साथ दीपावली का पर्व मनाया हो। उनके इस कदम की पूरे नगर में सराहना की जा रही है। नगर के लोगों और कर्मचारियों ने कहा कि यह gesture मुस्कान कुरैशी के जनसेवा के भाव और संवेदनशील नेतृत्व का उदाहरण है।
कार्यक्रम के दौरान मुस्कान कुरैशी ने सभी कर्मचारियों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह पर्व अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है और इस अवसर पर हमें अपने अंदर और समाज में अच्छाई का दीप जलाना चाहिए। उन्होंने कामना की कि प्रभु श्रीराम सभी को उत्तम स्वास्थ्य, दीर्घायु और खुशहाली प्रदान करें।
मुस्कान कुरैशी ने अपने संदेश में कहा कि नगर पालिका के कर्मचारी भादरा के विकास की रीढ़ हैं। उनकी मेहनत और निष्ठा से ही नगर में सफाई, स्वच्छता, जल व्यवस्था और अन्य जनसुविधाएं सुचारु रूप से चल रही हैं। उन्होंने कर्मचारियों से कहा कि वे जनता की सेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें और हमेशा ईमानदारी व समर्पण से कार्य करें।
उन्होंने यह भी जोड़ा कि राजनीति का असली उद्देश्य सत्ता या पद प्राप्त करना नहीं, बल्कि समाज की सेवा करना है। उनके अनुसार, एक सच्चा जनप्रतिनिधि वही है जो हर वर्ग की समस्या को समझे, समाधान दे और अपने क्षेत्र के विकास में ईमानदारी से योगदान करे।
नगर पालिका परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में कई पार्षद, अधिकारी और स्थानीय नागरिक मौजूद रहे। कर्मचारियों ने भी चेयरमैन का आभार जताते हुए कहा कि उन्हें पहली बार किसी अध्यक्षा ने इस तरह से व्यक्तिगत स्तर पर याद किया है। एक सफाईकर्मी ने भावुक होकर कहा कि “पहली बार ऐसा लगा कि हमारी मेहनत को सच में सराहा गया है।”
नगर पालिका के प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि चेयरमैन मुस्कान कुरैशी हमेशा कर्मचारियों की समस्याओं को प्राथमिकता देती हैं और उनकी भलाई के लिए लगातार काम कर रही हैं। चाहे वह समय पर वेतन वितरण हो या आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता, मुस्कान कुरैशी हर मुद्दे पर व्यक्तिगत रूप से ध्यान देती हैं।
भादरा की जनता में भी उनके इस कदम की चर्चा रही। कई स्थानीय निवासियों ने कहा कि चेयरमैन का यह प्रयास न केवल कर्मचारियों के मनोबल को बढ़ाने वाला है, बल्कि यह समाज को यह भी सिखाता है कि सच्चा नेतृत्व संवेदनशीलता और सेवा के भाव से ही पहचाना जाता है।
दीपावली जैसे पावन पर्व पर जब अधिकांश लोग अपने परिवारों के साथ जश्न में व्यस्त थे, तब मुस्कान कुरैशी ने अपने “नगर परिवार” यानी कर्मचारियों के साथ खुशियां बांटने का जो संदेश दिया, वह भादरा के इतिहास में मिसाल के तौर पर दर्ज होगा।
नगर पालिका परिसर में दीपों और रोशनी से सजा माहौल उस समय और भी जगमगा उठा जब कर्मचारियों ने मिठाइयां साझा कीं और एक-दूसरे को शुभकामनाएं दीं।
इस अवसर पर मुस्कान कुरैशी ने अंत में कहा, “भादरा मेरा परिवार है, और जब परिवार में त्योहार आता है तो खुशियां सबके साथ बांटनी चाहिए। यही दीपावली का सच्चा अर्थ है — रोशनी सिर्फ अपने घर नहीं, बल्कि सबके जीवन में फैलनी चाहिए।”
उनके इस विचारशील और मानवीय कार्य ने यह साबित कर दिया कि नेतृत्व का अर्थ केवल आदेश देना नहीं, बल्कि दिल से जुड़ना और लोगों के साथ खड़ा रहना भी है। भादरा की यह दीपावली न केवल रोशनी से बल्कि संवेदनशीलता और प्रेरणा से भी जगमगा उठी।