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सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने राजमार्ग परियोजनाओं में पारदर्शिता और जनता की निगरानी बढ़ाने के लिए एक अनोखी पहल की घोषणा की है। मंत्रालय ने कहा है कि अब नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) और सभी राजमार्ग निर्माण करने वाले बिल्डर्स को अपने यूट्यूब चैनल बनाने होंगे और वहां निर्माण कार्य के वीडियो नियमित रूप से अपलोड करने होंगे।
इस पहल का उद्देश्य केवल तकनीकी सुधार करना नहीं है, बल्कि निर्माण कार्य में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करना भी है। सड़क परिवहन मंत्री ने कहा कि इससे दो प्रमुख फायदे होंगे। पहला, जनता को यह देखने का मौका मिलेगा कि उनके करों से किए जा रहे निर्माण कार्य किस गति से और किस गुणवत्ता के साथ हो रहे हैं। दूसरा, निर्माण में गुणवत्ता और समय सीमा का पालन सुनिश्चित करने के लिए कंपनियों और ठेकेदारों में प्रतिस्पर्धा और जिम्मेदारी बढ़ेगी।
मंत्रालय के अनुसार, अब हर राजमार्ग परियोजना के लिए जिम्मेदार ठेकेदार को प्रत्येक सप्ताह या महीने निर्माण स्थल से वीडियो रिकॉर्डिंग करनी होगी और उसे अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड करना होगा। वीडियो में काम की प्रगति, सुरक्षा उपाय, सामग्री की गुणवत्ता और कर्मचारियों की सुरक्षा जैसे पहलुओं को दिखाना अनिवार्य होगा।
सड़क परिवहन मंत्री ने कहा, “हम चाहते हैं कि आम जनता निर्माण कार्य में हो रहे सुधार और प्रगति को सीधे देख सके। इससे न केवल पारदर्शिता बढ़ेगी, बल्कि भ्रष्टाचार और गुणवत्ता में गिरावट की संभावना भी कम होगी। यूट्यूब चैनल माध्यम से सभी जानकारी उपलब्ध होगी और इसका उपयोग मीडिया, नागरिकों और अधिकारियों द्वारा मॉनिटरिंग के लिए किया जा सकेगा।”
विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम डिजिटल इंडिया और ई-गवर्नेंस की दिशा में एक अहम प्रयास है। इससे निर्माण कार्य में किसी भी तरह की अनियमितताओं या विलंब की जानकारी तुरंत सामने आएगी। इसके साथ ही, यह पहल राजमार्ग परियोजनाओं में जनता की भागीदारी बढ़ाने और सरकारी योजनाओं में विश्वास कायम करने का एक तरीका है।
मंत्रालय ने यह भी बताया कि यदि कोई निर्माण कंपनी या बिल्डर समय पर वीडियो अपलोड नहीं करता है, तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। इसमें जुर्माना, अनुबंध की शर्तों का उल्लंघन या भविष्य की परियोजनाओं से अस्वीकार जैसे उपाय शामिल होंगे। यह कदम यह सुनिश्चित करेगा कि सभी परियोजनाएं तय समय और गुणवत्ता के अनुसार पूरी हों।
राजमार्ग परियोजनाओं में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए यह नया तरीका नागरिकों के लिए भी उपयोगी साबित होगा। लोग सड़क निर्माण की गुणवत्ता, गति और सुरक्षा मानकों का वास्तविक समय में अवलोकन कर सकेंगे। साथ ही, इस पहल से सरकारी अधिकारियों और ठेकेदारों की जवाबदेही भी बढ़ेगी।
विशेषज्ञों का कहना है कि यूट्यूब चैनल पर निर्माण कार्य का प्रदर्शन सिर्फ तकनीकी अपडेट नहीं होगा, बल्कि यह एक लाइव मॉनिटरिंग टूल भी बन जाएगा। जनता, मीडिया और स्थानीय प्रशासन इसे हर समय देख सकते हैं और आवश्यकता पड़ने पर सुधारात्मक कदम उठा सकते हैं।
इस पहल का स्वागत नागरिकों और निर्माण क्षेत्र के विशेषज्ञों ने किया है। कई लोग इसे ई-गवर्नेंस और डिजिटल निगरानी का सकारात्मक उदाहरण मान रहे हैं। उनका कहना है कि इससे न केवल काम की गुणवत्ता बढ़ेगी, बल्कि भ्रष्टाचार और समय पर काम न करने की घटनाओं में भी कमी आएगी।
सड़क परिवहन मंत्रालय का कहना है कि आने वाले महीनों में यह पहल पूरी तरह लागू कर दी जाएगी। एनएचएआई और सभी राजमार्ग बिल्डर्स को निर्देशित किया गया है कि वे यूट्यूब चैनल को सक्रिय रूप से अपडेट करें और निर्माण कार्य की प्रगति दर्शाने वाले वीडियो अपलोड करें।
इस कदम से भारत में राजमार्ग निर्माण कार्य में पारदर्शिता, जवाबदेही और नागरिक सहभागिता की नई मिसाल कायम होने की उम्मीद है।








