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भारतीय क्रिकेट में युवा प्रतिभाओं की चमक देखने को मिल रही है और वैभव सूर्यवंशी ने इसे सबके सामने साबित कर दिया है। बिहार के इस 14 वर्षीय बल्लेबाज ने रणजी ट्रॉफी में मेघालय के खिलाफ सिर्फ 67 गेंदों में 93 रन बनाकर विरोधी टीम के गेंदबाजों को चौंका दिया।
वैभव सूर्यवंशी को राइजिंग स्टार्स एशिया कप 2025 के लिए इंडिया ए टीम में शामिल किया गया है। इसके ठीक उसी दिन उन्होंने रणजी ट्रॉफी में यह धमाकेदार पारी खेलकर चयनकर्ताओं और क्रिकेट प्रेमियों का ध्यान अपनी ओर खींचा। उनकी इस पारी ने साबित कर दिया कि युवा खिलाड़ी तकनीक, आत्मविश्वास और दबाव में शांत रहने की कला में माहिर हैं।
धाकड़ पारी और खेल कौशल
वैभव की पारी में एक के बाद एक चौके और छक्के शामिल थे। उनके शॉट चयन और मैदान पर समयबद्ध फैसले ने मेघालय की गेंदबाजी रणनीति को प्रभावित किया। विशेषज्ञों का कहना है कि इतनी कम उम्र में इस प्रकार की पारी खेलना एक बड़ा संकेत है कि वैभव में क्रिकेट की बारीकियों की समझ और खेल के प्रति गहरी समझ है।
इंडिया ए टीम में चयन का महत्व
इंडिया ए टीम युवाओं को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की तैयारी का अनुभव देती है। वैभव के चयन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड युवा प्रतिभाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आज़माने के लिए तत्पर है। इंडिया ए टीम में शामिल होने से वैभव को बड़ी प्रतियोगिताओं के लिए मार्गदर्शन और अनुभव मिलेगा, जो उनकी भविष्य की सफलता की नींव रखेगा।
पाकिस्तान के खिलाफ उम्मीदें
वैभव सूर्यवंशी के शानदार प्रदर्शन के बाद पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबलों में भारतीय टीम की उम्मीदें और बढ़ गई हैं। युवा खिलाड़ी की ऊर्जा और आक्रामक शैली भारतीय टीम को मानसिक मजबूती प्रदान करेगी। क्रिकेट विश्लेषकों का मानना है कि वैभव जैसे खिलाड़ी टीम इंडिया के लिए आने वाले वर्षों में निर्णायक भूमिका निभाएंगे।
चयनकर्ताओं की प्रतिक्रिया
इंडिया ए टीम के चयनकर्ताओं ने वैभव की पारी की जमकर तारीफ की। चयनकर्ताओं ने बताया कि उनकी पारी में रन बनाना, दबाव में शांत रहना और तकनीकी कौशल विशेष रूप से प्रभावशाली रहा। इसके साथ ही उन्होंने वैभव के फील्डिंग और गेम की समझ को भी तारीफ का पात्र बताया।
भविष्य की संभावनाएं
वैभव सूर्यवंशी के पास न केवल इंडिया ए टीम में खेलने का मौका है, बल्कि उनका लक्ष्य राष्ट्रीय टीम में भी नाम कमाना है। विशेषज्ञों का मानना है कि वैभव अगर इस तरह की पारी लगातार खेलते रहे तो उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में स्थायी सफलता मिलना तय है।
युवा बल्लेबाज की यह पारी साबित करती है कि भारतीय क्रिकेट में नई पीढ़ी में प्रतिभा और जुनून की कोई कमी नहीं है। वैभव सूर्यवंशी ने अपने खेल और धैर्य से यह संदेश दिया कि भारतीय युवा क्रिकेटरों का भविष्य उज्ज्वल है।








