




एआई की बढ़ती उपयोगिता के चलते माइक्रोसॉफ्ट ने एक बार फिर कर्मचारियों की संख्या में कटौती शुरू कर दी है, जिससे पारंपरिक जॉब प्रोफाइल्स पर संकट गहराता जा रहा है।
नई दिल्ली: टेक्नोलॉजी की दुनिया की दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट एक बार फिर कर्मचारियों की छंटनी के चलते सुर्खियों में है। कंपनी ने बीते महीने जहां करीब 6000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था, वहीं अब 300 से अधिक कर्मचारियों को हटाने की दूसरी प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
एआई युग में नौकरियों पर संकट
माइक्रोसॉफ्ट की यह छंटनी उस समय हो रही है जब पूरी दुनिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का तेजी से विस्तार हो रहा है। एआई के बढ़ते इस्तेमाल से कंपनियां जहां ऑपरेशन को ऑटोमेट कर रही हैं, वहीं मानव संसाधनों की जरूरत भी घटती जा रही है।
कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि, “माइक्रोसॉफ्ट बाजार की स्थितियों के अनुरूप अपने ढांचे में बदलाव कर रही है। हम संस्थागत स्तर पर लगातार आवश्यक सुधार करते रहते हैं।”
किस डिपार्टमेंट पर गिरेगी गाज?
रिपोर्ट के अनुसार, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि कंपनी किन विभागों से कर्मचारियों को निकालेगी। माइक्रोसॉफ्ट के अंदरूनी सूत्रों का मानना है कि छंटनी का यह दौर कुछ तकनीकी और ऑपरेशनल विभागों को प्रभावित कर सकता है, जहां एआई से काम लिए जाने की संभावना अधिक है।
एआई में निवेश और कर्मचारियों में कटौती
एक ओर जहां कंपनी एआई में भारी निवेश कर रही है, वहीं दूसरी ओर ट्रेडिशनल जॉब रोल्स खत्म होते जा रहे हैं। एआई से कोडिंग, डाटा एनालिसिस और अन्य तकनीकी कार्यों में सहायता ली जा रही है। इसका सीधा असर उन पेशेवरों पर पड़ रहा है जो वर्षों से इन क्षेत्रों में कार्यरत थे।
कितने कर्मचारी हैं माइक्रोसॉफ्ट में?
जून 2024 के आंकड़ों के मुताबिक, माइक्रोसॉफ्ट में कुल 2,28,800 फुल-टाइम कर्मचारी कार्यरत थे, जिनमें से लगभग आधे अमेरिका में कार्यरत थे। मौजूदा छंटनी से यह साफ संकेत मिल रहा है कि कंपनी भविष्य में तकनीक-आधारित मॉडल को अपनाने की दिशा में अग्रसर है।
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