




ईरान ने इजरायल के सैन्य हमले को बताया संप्रभुता का उल्लंघन, संयुक्त राष्ट्र से आपात बैठक की मांग; नेतन्याहू ने दी और कार्रवाई की चेतावनी।
अंतरराष्ट्रीय तनाव का नया अध्याय
ईरान और इजरायल के बीच बढ़ता तनाव अब खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है। इजरायल द्वारा ईरान की परमाणु साइट्स पर किए गए हवाई हमलों को लेकर तेहरान ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने इसे अपनी संप्रभुता का सीधा उल्लंघन बताया और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) से आपात बैठक बुलाने की मांग की है।
अराघची ने कहा, “संयुक्त राष्ट्र को इजरायल की इस कार्रवाई की कड़ी निंदा करनी चाहिए और उसे इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। यह हमला सभी रेड लाइनों को पार कर गया है।”
ईरानी विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि अगर इजरायल अपने हमलों से बाज नहीं आया, तो ईरान की प्रतिक्रिया और भी कठोर होगी।
नेतन्याहू का एलान: “हम नहीं रुकेंगे”
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि इजरायल ईरान के परमाणु ठिकानों को तब तक निशाना बनाता रहेगा जब तक उसकी परमाणु क्षमता को पूरी तरह समाप्त नहीं कर दिया जाता।
उन्होंने दावा किया कि, “पिछले 24 घंटे में हमारी सेना ने ईरान के शीर्ष सैन्य कमांडरों, वरिष्ठ परमाणु वैज्ञानिकों, इस्लामी शासन की मुख्य सुविधाओं और बैलिस्टिक मिसाइल डिपो को ध्वस्त कर दिया है। और अभी बहुत कुछ बाकी है।”
ईरान का जवाबी हमला
नेतन्याहू के बयान के कुछ घंटों बाद ईरान ने शुक्रवार देर रात तेल अवीव पर मिसाइल हमला कर दिया। इस हमले में कई नागरिक घायल हुए और इमारतों को गंभीर नुकसान पहुंचा।
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने पहले ही चेतावनी दी थी कि इजरायल को उसके हमले का करारा जवाब दिया जाएगा। अब यह चेतावनी हकीकत में तब्दील हो चुकी है।
क्या बढ़ेगा युद्ध का खतरा?
माना जा रहा है कि यह ताजा हमला मध्य पूर्व में बड़े युद्ध की शुरुआत हो सकता है। अमेरिका और रूस समेत वैश्विक शक्तियां इस स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं। यूनाइटेड नेशन्स की तरफ से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तनाव चरम पर पहुंच चुका है।
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