




प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को अपील की कि देश कच्चे माल के निर्यात को स्वीकार नहीं करता है तथा केवल कच्चे माल के प्रसंस्करण के बाद तैयार माल का ही निर्यात किया जाना चाहिए।
भुवनेश्वर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को अपील की कि देश कच्चे माल के निर्यात को स्वीकार नहीं करता है तथा केवल कच्चे माल के प्रसंस्करण के बाद तैयार माल का ही निर्यात किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कच्चे माल का मूल्य संवर्धन भारत में ही होना चाहिए। प्रधानमंत्री ने भुवनेश्वर के जनता मैदान में आयोजित ‘उत्कर्ष ओडिशा, मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव‘ का उद्घाटन किया। वह उस समय बोल रहे थे।
प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि पूर्वी भारत देश की प्रगति का इंजन है और ओडिशा इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। “देश के इस हिस्से में बड़ी मात्रा में खनिजों का खनन किया जाता है और अन्य देशों को निर्यात किया जाता है।” वहां उसका मूल्य जोड़ा जाता है और तैयार माल भारत भेजा जाता है। उन्होंने कहा, “मैं इससे सहमत नहीं हूं।” मोदी ने बदलती दुनिया में वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं के सामने आने वाली चुनौतियों को पहचानने का आह्वान किया।
कच्चे माल के निर्यात से देश का विकास नहीं होगा। इसलिए हम पूरी प्रणाली को बदल रहे हैं और नए दृष्टिकोण के साथ काम कर रहे हैं। वैश्विक उतार-चढ़ाव के प्रभाव को कम करने के लिए भारत में मजबूत आपूर्ति और मूल्य श्रृंखलाएं निर्मित की जानी चाहिए। यह जिम्मेदारी सरकार और उद्योग दोनों की है। – नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री