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    पहलगाम हमले में मारे गए शुभम द्विवेदी की पत्नी का खुलासा, कहा- ‘AK-47 लेकर नहीं आए थे आतंकी, उन्हें दिए गए हथियार’.

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    शुभम द्विवेदी की पत्नी ने दावा ने किया कि वहां जो लोग शूट, शॉल बेच रहे थे, शायद उन्होंने ही आतंकियों को हथियार सप्लाई किया होगा. उन्होंने संदिग्ध को लेकर भी खुलासा किया.

    जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले को लेकर भारत ने आतंकियों और उनके आका पाकिस्तान पर कई बड़े फैसले लिए हैं. इस आतंकी हमले में जान गंवाने वाले कानपुर के शुभम द्विवेदी की पत्नी एशान्या ने कई बड़े राज खोल हैं. उन्होंने बताया कि आतंकी अपने साथ एके-47 लेकर नहीं आए थे, बल्कि उन्हें वहां किसी ने हथियार सप्लाई किए थे.

    एक न्यूज चैनल से बात करते हुए एशान्या ने बताया कि उनके पति शुभम ने घोड़े वाले से पूछा कि ऊपर नेटवर्क रहता है कि नहीं तो उसने कहा कि फुल नेटवर्क रहता है. अगर वो बोल देता कि नेटवर्क नहीं आता है तो हम वहां जाते ही नहीं. उन्होंने कहा कि जब तक आतंकी हमला नहीं हुआ तब तो हम कश्मीर में सुरक्षित महसूस कर रहे थे.

    ‘आतंकियों को हथियार दिए गए थे’
    उन्होंने बताया, “हमें थोड़ी-थोड़ी दूर पर भारतीय सेना के जवान दिख रहे थे तो हमें आसपास के लोगों की बातों पर शक नहीं हुआ. अब मुझे याद आ रहा है कि वे लोग पूछ रहे थे कि कौन-कौन आपके साथ आये हैं. आप लोग कपल में चलिये. वे लोग नॉर्मल जिंस पहन हुए थे और उनके पास कोई हथियार नहीं था. उन्हें हथियार सप्लाई किया गया था. वहां पर जो लोग शूट, शॉल बेच रहे थे, शायद उन्होंने ही हथियार सप्लाई किया होगा.”

    ‘एक शख्स अकेला चरा रहा था भेड़’
    शुभम द्विवेदी की पत्नी ने बताया, “एक शख्स वहां पर अकेला भेड़ चरा रहा था. इतने बड़े फिल्ड में वह अकेला भेड़ चरा रहा था, जिसका कोई सेंस नहीं था. मुझे नहीं पता कि वह संदिग्ध है कि नहीं, लेकिन वह पूरी तरह से ढ़के हुए कपड़े पहने हुए थे. क्या पता वो कुछ अंदर छिपाया हुआ हो?”

    उन्होंने कहा, “हमारे फैमिली मेंबर ऊपर जाने से डर रहे थे, लेकिन घोड़े वाले ने उन्हें कहा कि ऊपर बहुत सुंदर है. इसे लेकर घोड़े वाले से काफी बहस हुई. मेरे ससुर ने उसे कहा कि आप पैसे पूरे ले लो, लेकिन हम वहां नहीं जाएंगे तो वो कहने लगा कि पैसे कि कोई बात नहीं और फिर 10 मिनट बहस करने के बाद हम ऊपर गए.”

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