




पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते एक बार फिर खराब हो गए हैं और अब भारत ने पाकिस्तान पर कई प्रतिबंध लगाने शुरू कर दिए हैं।
पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा और आर्थिक रणनीति को ध्यान में रखते हुए पाकिस्तान पर कई प्रतिबंध लगाने शुरू कर दिए हैं। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने पाकिस्तान से आने वाले सभी सामानों के आयात और निर्यात पर तत्काल प्रतिबंध लगा दिया है। यह नियम तत्काल प्रभाव से लागू होगा और इस पर प्रतिबंध रहेगा चाहे माल स्वतंत्र रूप से आयात किया गया हो या विशेष अनुमति से।
2 मई 2025 को केंद्र सरकार ने विदेश व्यापार नीति 2023 के तहत नया पैरा 2.20ए घोषित कर यह प्रतिबंध लागू कर दिया। पाकिस्तान से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से आने वाले या वहां से निर्यात होने वाले सभी सामानों के आयात या परिवहन पर तत्काल प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह प्रतिबंध राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक नीति के हित में लगाया गया है तथा इसमें किसी भी प्रकार की छूट के लिए केन्द्र सरकार की पूर्व अनुमति आवश्यक होगी।
एफटीपी प्रावधान में कहा गया है कि पाकिस्तान से आने वाले या वहां निर्यात किए जाने वाले सभी सामान, चाहे वे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से आयातित हों या परिवहन किए गए हों या अनुमति के साथ आयात किए गए हों, पर अगले आदेश तक तत्काल प्रतिबंध रहेगा।
भारत के साथ व्यापार पूरी तरह बंद होने से विदेशी मुद्रा भंडार पर दबाव और बढ़ जाएगा। पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय छवि को नुकसान पहुंचेगा, जो FATF जैसे संगठनों की जांच के दायरे में है। पुलवामा हमले के बाद 2019 की शुरुआत में भारत ने पाकिस्तान से सर्वाधिक तरजीही राष्ट्र (एमएफएन) का दर्जा वापस ले लिया था। यह नया कदम उसी नीति का हिस्सा है। इससे पहले भारत ने वाघा-अटारी सीमा बंद कर दी थी, सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया था और पाकिस्तानी वीजा भी रद्द कर दिया था।