




चैंपियंस ट्रॉफी के लिए रावलपिंडी स्टेडियम का भी करोड़ों रुपये की लागत से नवीनीकरण किया गया।
कुछ दिन पहले आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का आयोजन पाकिस्तान में हुआ था। 29 वर्षों के बाद पाकिस्तान में कोई आईसीसी इवेंट आयोजित किया गया। आखिरी आईसीसी इवेंट 1996 में पाकिस्तान में आयोजित किया गया था। इसके बावजूद टीम इंडिया ने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान का दौरा करने से इनकार कर दिया था। इसलिए भारत के सभी मैच दुबई में आयोजित किये गये। चैंपियंस ट्रॉफी के लिए रावलपिंडी स्टेडियम का भी करोड़ों रुपये की लागत से नवीनीकरण किया गया। लेकिन वहां पहले से ही कम मैच खेले जा चुके थे। इसे भारत की मिसाइल ने नष्ट कर दिया है। कहा जा रहा है कि पाकिस्तान का पैसा बर्बाद हो गया है। आइये इसके बारे में जानें।
टीम इंडिया के फाइनल में पहुंचने के बाद चैंपियनशिप का मैच भी दुबई में ही आयोजित किया गया। टीम इंडिया ने फाइनल में न्यूजीलैंड को हराकर 12 साल बाद चैंपियंस ट्रॉफी जीती। पाकिस्तान ने चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी के लिए लाहौर, कराची और रावलपिंडी में अपने तीन स्टेडियमों का नवीनीकरण किया। पाकिस्तान ने इसके लिए करोड़ों रुपए खर्च किए।
रावलपिंडी के नवीकरण पर कितने करोड़ रुपये खर्च किए गए?
खबर है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम के नवीनीकरण पर 1500 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। अगर इसे भारतीय रुपयों में देखें तो यह रकम 450 करोड़ रुपये होती है। लेकिन इन सभी नवीनीकरणों के बावजूद, चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान इस मैदान पर 600 गेंदें भी नहीं फेंकी गईं। यहां केवल एक मैच, बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के बीच, पूरा खेला गया था। बांग्लादेश ने 50 ओवर में बल्लेबाजी करते हुए 9 विकेट पर 236 रन बनाए। न्यूजीलैंड ने 237 रनों का लक्ष्य 5 विकेट खोकर 46.1 ओवर में ही हासिल कर लिया।
इसके अलावा यहां दो और मैच होने थे। लेकिन बारिश के कारण दोनों मैच एक भी गेंद फेंके बिना रद्द कर दिए गए। एक मैच ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच तथा दूसरा पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच खेला जाना था। 2025 चैंपियंस ट्रॉफी अभियान पाकिस्तान के लिए बहुत निराशाजनक रहा। मेजबान पाकिस्तान टीम एक भी मैच जीते बिना ग्रुप चरण से बाहर हो गई।