




ऑपरेशन सिंदूर के चलते ऋषभ शर्मा ने इंदौर, बेंगलुरु, सूरत और कोलकाता में होने वाले अपने संगीत कार्यक्रमों को रद्द किया, कहा: “कला इंतजार कर सकती है – मानवता नहीं”
ऋषभ ऋखिराम शर्मा अपने “सितार फॉर मेंटल हेल्थ इंडिया टूर” पर थे, जो बेहद सफलतापूर्वक चल रहा था। हालांकि, भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और नापाक पाहलगाम हमले के बीच, उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा कर यह घोषणा की कि वे इंदौर, बेंगलुरु, सूरत और कोलकाता में होने वाले अपने आगामी कार्यक्रमों को रद्द कर रहे हैं। उन्होंने अपने पोस्ट में यह स्पष्ट किया कि ऐसे कठिन समय में देश सबसे पहले आता है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि वे अपनी संगीत यात्रा ऑनलाइन जारी रखेंगे।
उनका संदेश था:
“प्रिय सितार फॉर मेंटल हेल्थ परिवार – हालिया घटनाओं और चल रहे संघर्ष को देखते हुए, भारी मन से हमें इस महीने बेंगलुरु, सूरत और कोलकाता में होने वाले अपने कार्यक्रमों को रद्द करना पड़ रहा है। ये ऐसे क्षण हैं जो एकता, आत्मचिंतन और एकजुटता की मांग करते हैं। कला इंतजार कर सकती है – मानवता नहीं। हमें अपने राष्ट्र के साथ खड़े होना चाहिए, और एक-दूसरे की सुरक्षा, शक्ति और भलाई को प्राथमिकता देनी चाहिए। सारे जहाँ से अच्छा – हिंदुस्तान हमारा। हमारे भारतीय सैनिकों और सुरक्षा बलों को सादर नमन, जिनकी वीरता के कारण हम हर रात चैन की नींद सो पाते हैं – आपका साहस हमें विनम्र बनाता है।”
उन्होंने आगे लिखा,
“हालाँकि हम इस समय आमने-सामने नहीं मिल पाएंगे, लेकिन मैं अपना संगीत ऑनलाइन प्रस्तुत करता रहूंगा, ताकि इन चुनौतीपूर्ण समय में शांति और जुड़ाव का माध्यम बना रहूं। मैं आप सभी से बहुत प्रेम करता हूँ। हम और भी मजबूत होकर लौटेंगे, और जब लौटेंगे, तब जीवन और संगीत का उत्सव साथ मिलकर मनाएँगे। सभी रिफंड जल्द ही @districtupdates के ज़रिए 5-7 दिनों में प्रोसेस किए जाएँगे। प्रेम और शक्ति के साथ। हर हर महादेव।”
इस पोस्ट के साथ ऋषभ ने कैप्शन में लिखा:
“सितार फॉर मेंटल हेल्थ इंडिया टूर यहीं समाप्त होता है। इंदौर भी रद्द किया गया है। राष्ट्र सदा पहले आता है। मैं यहीं हूँ और आप सबसे ऑनलाइन जुड़ा रहूंगा। आप सभी को मेरा दिल से प्रेम। सभी रिफंड 5-7 दिनों में @districtupdates के ज़रिए प्रोसेस होंगे।”
ऋषभ शर्मा का यह निर्णय उनके देशप्रेम और भारतीय सेना के प्रति उनके समर्थन को दर्शाता है। भले ही उनके कार्यक्रमों का समापन दुर्भाग्यपूर्ण रहा हो, लेकिन श्रोता अब भी उनके संगीत से उनके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से जुड़ सकते हैं।